फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशंस (फाडा) के आंकड़ों में कहा गया है कि भारत का इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) बाजार इस साल जून में भी तेजी की रफ्तार बरकरार रखने में कामयाब रहा। इसमें दोपहिया और यात्री वाहन (पीवी)यानी दोनों सेगमेंट में सालाना आधार पर मजबूत वृद्धि दर्ज की गई। लेकिन इस मजबूत वृद्धि के बावजूद 2025 की पहली छमाही में इलेक्ट्रिक दोपहिया की कुल बिक्री खराब शुरुआत के कारण पिछले वर्ष की तुलना में कमजोर रही है। इसके उलट इस दौरान इलेक्ट्रिक यात्री वाहन सेगमेंट में 43.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
जून में इलेक्ट्रिक यात्री वाहनों की बिक्री सालाना आधार पर 79 फीसदी बढ़कर 13,178 पर पहुंच गई। यह जून 2024 के 7,323 से काफी अधिक है। टाटा मोटर्स ने 4,708 वाहनों की बिक्री के साथ इस सेगमेंट में शानदार प्रदर्शन किया। इसके बाद एमजी मोटर इंडिया ने 3,972 और महिंद्रा ऐंड महिंद्रा ने 3,029 वाहन बेचे। टाटा मोटर्स की ईवी बिक्री जून में मई के मुकाबले 8.2 फीसदी तक बढ़ी लेकिन यह सालाना आधार पर 2.4 फीसदी पर सपाट रही।
ह्युंडै ने भी शानदार वृद्धि दर्ज की। उसकी कुल बिक्री सालाना आधार पर 712 फीसदी बढ़कर 512 वाहन हो गई। इसकी वजह कंपनी का इलेक्ट्रिक क्रेटा की बिक्री शुरू करना रही। लेकिन मासिक आधार पर ह्युंडै की ईवी बिक्री में 15.5 प्रतिशत की गिरावट आई। इलेक्ट्रिक दोपहिया सेगमेंट में बिक्री 1,05,355 वाहन तक पहुंच गई जो सालाना आधार पर 31.6 प्रतिशत की वृद्धि है। टीवीएस मोटर कंपनी 25,300 वाहनों की बिक्री के साथ शीर्ष पर रही। इसके बाद बजाज ऑटो (23,032 वाहन) और ओला इलेक्ट्रिक (20,190 वाहन) शामिल रहीं।
एथर एनर्जी ने 14,526 वाहन और हीरो मोटोकॉर्प ने 7,668 वाहन बेचे। दोनों ने पिछले साल की तुलना में अपनी बिक्री दोगुनी से भी ज्यादा की जो ई-मोबिलिटी की बढ़ती उपभोक्ता स्वीकृति दर्शाती है। ओला की बिक्री में सालाना आधार पर 45.2 प्रतिशत की गिरावट आई। पिछले साल जून में इसकी बाजार हिस्सेदारी 46 प्रतिशत थी जो जून 2025 में गिरकर लगभग 20 प्रतिशत रह गई।
जून के मजबूत प्रदर्शन के बावजूद 2025 की पहली छमाही (जनवरी-जून) में इलेक्ट्रिक दोपहिया की बिक्री सालाना आधार पर 31.5 प्रतिशत कम रही और यह कुल 2,65,611 वाहन दर्ज की गई। 2024 की पहली छमाही में यह आंकड़ा 3,87,782 वाहन था।