अप्रैल में वाहनों की खुदरा बिक्री पिछले साल की तुलना में 27 प्रतिशत बढ़कर 22 लाख हो गई। इसकी वजह सभी श्रेणियों में मांग बढ़ना और ईंधन के दाम स्थिर रहना रही। वाहन डीलरों का प्रतिनिधित्व करने वाले समूह ने यह जानकारी दी है।
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) के अनुसार मॉनसून के अनुकूल परिदृश्य, त्योहारों और शादी-विवाह ने भी बिक्री में मदद की। अप्रैल 2023 में 17.4 लाख वाहनों की बिक्री हुई थी।
अप्रैल 2024 में दोपहिया, तिपहिया, यात्री वाहनों, ट्रैक्टरों और वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में 33 प्रतिशत, नौ प्रतिशत, 16 प्रतिशत, एक प्रतिशत और दो प्रतिशत की वृद्धि हुई। उद्योग के विशेषज्ञों का मानना है कि अप्रैल में वृद्धि के बावजूद चुनावी अनिश्चितता की वजह से ग्राहकों के खरीदारी के फैसले में देरी हो रही है।
अप्रैल में रिकॉर्ड स्तर पर कम से कम 3,35,123 यात्री वाहन बेचे गए। फाडा के अध्यक्ष मनीष राज सिंघानिया ने कहा कि यात्री वाहन श्रेणी में सालाना आधार पर दो अंक की वृद्धि दर्ज की गई जिसे मॉडलों की बेहतर उपलब्धता तथा अनुकूल बाजार भावनाओं, विशेष रूप से नवरात्र और गुड़ी पड़वा जैसे त्योहारों के आसपास, से समर्थन मिला। अप्रैल 2023 में 2,89,056 यात्री वाहन बेचे गए थे।
125 सीसी वाले मॉडल की आपूर्ति और मांग में सुधार के कारण दोपहिया वाहन श्रेणी में वृद्धि हुई। अप्रैल 2024 में 16.4 लाख दोपहिया वाहन बेचे गए जबकि पिछले साल इसी महीने में 12.3 लाख वाहन बिक्री हुई थी। सिंघानिया ने कहा कि लोकसभा चुनावों का दोपहिया वाहनों की बिक्री पर बड़ा सकारात्मक असर पड़ा।