रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) ने वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में 3,439 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो एक साल पहले के मुकाबले 17.2 फीसदी की वृद्धि है।
कंपनी की कार्यकारी निदेशक ईशा अंबानी ने कहा, ‘रिलायंस रिटेल ने तिमाही के दौरान मजबूत प्रदर्शन किया। इसकी वजह परिचालन उत्कृष्टता पर हमारा निरंतर ध्यान, स्टोरों और डिजिटल प्लेटफॉर्म में निवेश तथा विभिन्न उपभोक्ता श्रेणियों में त्योहारी खरीदारी रही। जीएसटी दरों में बदलाव से खपत वृद्धि में और तेजी आएगी क्योंकि उपभोक्ताओं को कम कीमतों का लाभ मिलेगा। हमारी सफलता उपभोक्ता के प्रति हमारी गहरी समझ का प्रमाण है। हम लगातार नए नए प्रयोग करते रहते हैं, नए कलेक्शन तैयार करने से लेकर आज के भारतीय उपभोक्ता से जुड़ने वाले अभियान बनाने तक और हमारा ध्यान ऐसे ब्रांड बनाने पर रहता है जो पूरे भारत में लोकप्रिय हों।’
रिलायंस रिटेल का परिचालन से एबिटा 16.7 प्रतिशत बढ़कर 6,624 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी का परिचालन राजस्व 79,128 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 19.0 प्रतिशत अधिक है, जबकि इसका सकल राजस्व भी 18.0 प्रतिशत बढ़कर 90,018 करोड़ रुपये हो गया। तिमाही आधार पर परिचालन राजस्व में 7.3 प्रतिशत और शुद्ध लाभ में 5.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने एक बयान में कहा, ‘मुझे अपने खुदरा कारोबार की वृद्धि के बारे में बताते हुए खुशी हो रही है। सभी फॉर्मेट में बेहतर कारोबार दर्ज किया गया, जिससे राजस्व और एबिटा दोनों में मजबूत वृद्धि हुई।’
जियो प्लेटफॉर्म्स का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में सालाना आधार पर 12.8 प्रतिशत बढ़कर 7,379 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने शुक्रवार को बयान में बताया कि यह वृद्धि प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व (एआरपीयू) में तेजी और फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस सेवा- जियोएयरफाइबर की बढ़ती मांग के कारण हुई। रिलायंस इंडस्ट्रीज के दूरसंचार और डिजिटल व्यवसायों का संचालन करने वाली जियो प्लेटफॉर्म्स का परिचालन राजस्व सितंबर तिमाही में 14.6 प्रतिशत बढ़कर 36,332 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले यह आंकड़ा 31,709 करोड़ रुपये था।
वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में सकल राजस्व 42,652 करोड़ रुपये था, जो इससे पिछले वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले 14.9 प्रतिशत अधिक है। दूरसंचार कंपनियों के लिए एक प्रमुख संकेतक एआरपीयू समीक्षाधीन अवधि में 8.4 प्रतिशत बढ़कर 211.4 रुपये हो गया। एक साल पहले इसी तिमाही में यह 195.1 रुपये था। जियो ने हर महीने 10 लाख से ज्यादा नए आवासों को अपनी सेवा से जोड़ा, जिससे फिक्स्ड ब्रॉडबैंड से जुड़े कुल परिसर लगभग 2.3 करोड़ हो गए।
रिलायंस इंडस्ट्रीज समर्थित जियोस्टार ने जुलाई-सितंबर तिमाही में क्रमिक आधार पर अपने शुद्ध लाभ में 127.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की और कंपनी का लाभ 1,322 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस तिमाही में कंपनी का परिचालन मार्जिन बढ़ा है। हालांकि, भारत के सबसे बड़े मीडिया समूह का परिचालन राजस्व तिमाही आधार पर 35.6 फीसदी घटकर 6,179 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी ने अपने निवेशक को दी जानकारी में कहा है कि अप्रैल-जून तिमाही में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की मौजूदगी के कारण तिमाही आधार पर राजस्व की तुलना प्रासंगिक नहीं है।
कंपनी ने एक विज्ञप्ति में कहा, नेटवर्क 83 करोड़ से ज्यादा दर्शकों तक पहुंचा और 60 अरब घंटे से ज्यादा का टेलीविज़न वॉच टाइम दिया। तिमाही के दौरान जियोहॉटस्टार के औसतन मासिक सक्रिय उपयोगकर्ता लगभग 40 करोड़ रहे, जो आईपीएल के बाद भी मजबूत उपयोगकर्ता जुड़ाव दर्शाता है, जिसमें खेल और मनोरंजन दोनों ही क्षेत्रों का शानदार प्रदर्शन शामिल है।