कंसाई नेरोलैक पेंट्स (Kansai Nerolac Paints) ने बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में खराब प्रदर्शन के बाद 3 मई से अपने बाजार पूंजीकरण में भी 5 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की है। कड़ी प्रतिस्पर्धा के कारण बीते दो सप्ताह में कंपनी का बाजार पूंजीकरण 1,172 करोड़ रुपये कम हो गया है।
बाजार पूंजीकरण के लिहाज से देश की सबसे बड़ी डेकोरेटिव पेंट कंपनी को औद्योगिक क्षेत्र में दो अंकों की वृद्धि की उम्मीद है और वह मार्जिन बरकरार रखने का लक्ष्य लेकर चल रही है मगर प्रतिस्पर्धा के बीच डेकोरेटिव पेंट श्रेणी में इसका प्रदर्शन कमतर रह सकता है। चौथी तिमाही में कंपनी की आय एक साल पहले के मुकाबले 3.5 फीसदी बढ़ी लेकिन यह अनुमानों से कम रही।
डेकोरेटिव पेंट कारोबार की बिक्री मात्रा में 10 फीसदी की वृद्धि हुई, लेकिन 9-10 फीसदी के नकारात्मक मूल्य और प्रोडक्ट मिक्स के कारण मूल्य वृद्धि सपाट रही। कंपनी ने कीमतों में कटौती ऐसे समय में की जब उसके पास पुट्टी जैसे उत्पादों का अनुपात ज्यादा था।
वाहन और प्रदर्शन कोटिंग्स की मांग के कारण एक साल पहले के मुकाबले चौथी तिमाही में कंपनी की औद्योगिक क्षेत्र में एकल अंक में वृद्धि रही। इन मांग में हर तिमाही में नरमी आती रही है। वाहन श्रेणी में यात्री वाहन, दोपहिया और तीन पहिया वाहनों की मजबूत मांग थी, लेकिन ट्रैक्टर और वाणिज्यिक वाहनों की मांग कमजोर रही।
कंपनी को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2025 में ग्रामीण मांग बढ़ने से डेकोरेटिव श्रेणी में दो अंकों की मात्रात्मक वृद्धि जारी रहेगी। बुनियादी ढांचे की वृद्धि और अच्छे मॉनसून के अनुमान से 75 हजार करोड़ रुपये के घरेलू पेंट उद्योग में मांग बढ़ सकती है।
कंसाई नेरोलैक ने कहा कि उसने पिछले तीन वर्षों में 15 नए उत्पाद पेश किए हैं। बिजनेस-टू-बिजनेस परियोजनाओं में उद्योग की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है और दक्षिण भारत के बड़े बाजार में हिस्सेदारी चाहती है।
कंपनी ने डिजिटल और इन्फ्लुएंसर आउटरीच में पहल पर प्रकाश डाला। हालांकि, कुछ ब्रोकरेज का मानना है कि कंपनी को बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए अतिरिक्त कदम उठाने की जरूरत है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के विश्लेषक जय गांधी और तनुज पांड्या ने कहा कि ‘कंसाई नेरोलैक ने बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच बाजार हिस्सेदारी बचाने के लिए ब्रांड में निवेश बढ़ाया है, लेकिन हमारा मानना है कि उत्पाद श्रृंखला और डीलरों के बीच और अधिक काम करने की जरूरत है।’
कमजोर आधार और कच्चे माल की कम कीमतों के कारण कंपनी ने एक साल पहले के मुकाबले सकल मार्जिन में 320 आधार अंक का इजाफा किया। परिचालन मार्जिन भी 128 आधार अंक बढ़कर 10.8 फीसदी हो गया मगर उच्च ब्रांड निवेश और बढ़ती कर्मचारी लागत के कारण यह सीमित रहा।
हालांकि कंपनी को उम्मीद है कि औद्योगिक क्षेत्र में दो अंकों का मार्जिन बरकरार हेगा, लेकिन बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण डेकोरेटिव श्रेणी में दबाव दिख सकता है। विश्लेषकों का मानना है कि कंसाई नेरोलैक के मार्जिन में गिरावट का जोखिम रह सकता है।