टाटा समूह (Tata Group) की विमानन कंपनी एयर इंडिया के मुख्य कार्य अधिकारी कैंपबेल विल्सन (Air India CEO Campbell Wilson) ने सोमवार को बताया कि विस्तारा के करीब 7 हजार कर्मचारियों का एकीकरण अगले महीने से शुरू हो जाएगा और एयर इंडिया में इसके विलय को इस साल के अंत तक पूरा करने का भी लक्ष्य रखा गया है।
इससे पता चलता है कि टाटा समूह ने अपनी दो पूर्ण सेवाओं वाली विमानन कंपनियों की विलय की प्रक्रिया तेज कर दी है और इससे पहले विस्तारा के मुख्य कार्य अधिकारी विनोद कन्नन ने भी इस साल जनवरी में कहा था कि उन्हें साल 2025 के मध्य तक एयर इंडिया के साथ परिचालन विलय की उम्मीद है।
विल्सन और कन्नन ने सोमवार को दोनों विमानन कंपनियों के कर्मचारियों के लिए आयोजित एक टाउन हॉल को संबोधित किया।
सूत्रों के मुताबिक, विल्सन ने कहा कि दोनों विमानन कंपनियों के 120 पायलटों को शामिल किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि विस्तार के करीब 60 गैर उड़ान कर्मचारियों को भी एयर इंडिया में भेज दिया गया है।
टाउन हॉल के दौरान दोनों कंपनियों के मुख्य कार्य अधिकारियों ने कहा कि विस्तारा के 7 हजार कर्मचारियों का मूल्यांकन पहले ही पूरा हो चुका है और उनका कार्यनिर्धारण भी पूरा होने वाला है। इन कर्मचारियों को महीने जून से चरणबद्ध तरीके से एयर इंडिया में एकीकृत किया जाएगा।
विस्तार के कुछ कर्मचारी तब तक वहां रहेंगे जब तक कंपनी का एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट (एओसी) नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) को सौंप नहीं दिया जाता। निजीकरण के बाद जनवरी, 2022 में टाटा समूह के एयर इंडिया का नियंत्रण अपने हाथों में लेने के बाद एयर इंडिया और विस्तारा के बीच कर्मचारियों का अनुपात 12:5 था।
टाउन हॉल में विल्सन ने कहा कि यह अनुपात पिछले दो वर्षों से बरकरार है। फिलहाल, एयर इंडिया में करीब 17 हजार कर्मचारी हैं और विस्तारा में कर्मचारियों की संख्या लगभग 7 हजार है। इनमें 3,500 गैर उड़ान कर्मचारी और 2,500 उड़ान कर्मचारी हैं।
विल्सन ने यह भी कहा कि एयर इंडिया ने पिछले 24 महीनों में 70 विमान (17 चौड़े आकार वाले और 53 संकरी आकार वाले) जोड़े हैं।
उन्होंने कहा, ‘यानी यह एयर इंडिया में एक विस्तारा को जोड़ने के बराबर है।’ सूत्रों ने कहा कि विल्सन और कन्नन ने सीधे तौर पर उन का जिक्र नहीं किया जो विस्तारा और एयर इंडिया एक्सप्रेस पिछले कई हफ्तों से अनुभव कर रहे हैं, क्योंकि कुछ कर्मचारी विभिन्न मुद्दों पर असंतुष्ट हैं।