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Tomato Price: टमाटर के दाम बढ़ने से रसोई का बजट बिगड़ा, कीमत बढ़ा रही चिंता

केंद्र सरकार ने कहा है कि समय के साथ टमाटर की कीमत कम होगी।

Last Updated- July 04, 2023 | 11:35 PM IST
Tomato Price: General public got relief from tomato inflation, prices fell by 22.4 percent in a month आम जनता को टमाटर की महंगाई से मिली राहत, एक महीने में कीमतों में आई 22.4 प्रतिशत की गिरावट

देश भर में टमाटर के खुदरा दाम 100 रुपये किलो से ऊपर चल रहे हैं, जिससे रसोई का बजट बिगड़ रहा है। सरकार ने कहा है कि कीमत में बढ़ोतरी अस्थायी है और 15 से 30 दिन में कीमत घट जाएगी। वहीं कारोबार से जुड़े सूत्रों का कहना है कि कीमतों में जल्द कमी आने की संभावना नहीं है।

दिल्ली की आजादपुर मंडी में टमाटर की कीमत 2 जून से 3 जुलाई के बीच 451 रुपये क्विंटल से बढ़कर 6,381 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गई है। इस अवधि में टमाटर की आवक 40 प्रतिशत कम हुई है।

कुछ प्रमुख टमाटर उत्पादक इलाकों में टमाटर की फसल खराब होने के कारण आपूर्ति घटी है। मार्च और अप्रैल में ओलों से फसल खराब हुई, उसके बाद कर्नाटक में कीटों का हमला हो गया।

यह पहला मौका नहीं है, जब टमाटर के भाव अचानक बढ़े हैं। टमाटर, प्याज और आलू की कीमतों में साल के दौरान सबसे तेज उतार चढ़ाव होता है। मार्च 2023 में प्याज की कीमत बहुत गिर गई थी और किसानों को मुनाफा न मिलने के कारण अपनी फसल खुले में फेंकनी पड़ी थी।

केंद्र ने किसानों की मदद के लिए हस्तक्षेप किया, लेकिन प्याज के दाम अब बढ़ रहे हैं और कोई चकित करने वाली बात नहीं होगी, अगर कुछ हफ्ते में इसकी कीमत नई ऊंचाई पर पहुंच जाए। यही हाल आलू का है।

टमाटर कम अवधि में तैयार होने वाली फसल है और विभिन्न इलाकों में साल में कई बार उगाया जाता है। कर्नाटक इसका बड़ा उत्पादक है, उसके बाद मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश और गुजरात हैं। देश के कुल सालाना टमाटर उत्पादन में इन 4 राज्यों की हिस्सेदारी करीब 48 प्रतिशत है।

टमाटर के दाम बढ़ने से रसोई का बजट बिगड़ रहा है, जो खानपान का अहम हिस्सा है। लोकलसर्किल द्वारा सोशल मीडिया पर कराए गए एक सर्वे के मुताबिक 77 प्रतिशत लोगों ने 50 रुपये किलो तक, जबकि 32 प्रतिशत लोगों ने 80 रुपये किलो टमाटर खरीदा है। सर्वे के मुताबिक 10 में से 8 परिवार टमाटर खाना कम करने की योजना बना रहे हैं। केंद्र सरकार ने कहा है कि समय के साथ टमाटर की कीमत कम होगी।

समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत में हाल में उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने कहा, ‘मैं दरों को उचित नहीं ठहरा रहा हूं। यह मौसमी है। यह एक जटिल समस्या है।’ विशेषज्ञों का कहना है कि आलू-टमाटर-प्याज की समस्या के समाधान के लिए सरकारों ने आधे मन से काम किया।

First Published - July 4, 2023 | 11:35 PM IST

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