एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस (HDFC Life Insurance) कंपनी के शेयरों में तेजी बढ़ सकती है, क्योंकि RBI ने HDFC Bank/HDFC Limited को इस बीमा कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 50 प्रतिशत से अधिक किए जाने की अनुमति दे दी है। विश्लेषकों का कहना है कि इससे इस मामले से जुड़ा गतिरोध समाप्त हो गया है।
पिछले सप्ताह निजी क्षेत्र के ऋणदाता HDFC Bank ने एक्सचेंजों को जानकारी दी थी कि RBI ने HDFC Bank या HDFC को HDFC Life और HDFC ERGO जनरल इंश्योरेंस कंपनी (एचडीएफसी इरगो) में अपनी शेयरधारिता विलय की प्रभावी तारीख से पहले बढ़ाकर 50 प्रतिशत से ऊपर पहुंचाने की अनुमति दी है। इससे होल्डिंग को घटाकर करीब 30 प्रतिशत किए जाने से जुड़ी चिंताएं दूर हुई हैं।
MK Global ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है, ‘HDFC के HDFC Bank की प्रत्यक्ष सहायक इकाई बनने से HDFC Life पर दोहरा असर होगा। पहला, HDFC Bank में उसकी भागीदारी (मौजूदा समय में 50 प्रतिशत) धीरे धीरे बढ़ सकती है, और दूसरा HDFC Bank के व्यवसाय में वितरण की लागत सुधरेगी, और इसलिए मार्जिन को भी मदद मिलेगी।’
इसके अलावा, HDFC – HDFC Bank द्वारा संभावित 19 प्रतिशत हिस्सेदारी बिक्री को लेकर गतिरोध समाप्त हुआ है और इसके बजाय अब HDFC – HDFC Bank विलय पूरा होने से पहले 1.35 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सेदारी खरीदेगा।
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मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज का मानना है कि इससे HDFC Life के लिए 2,200 करोड़ रुपये की अतिरिक्त खरीदारी सक्षम होगी।
HDFC Life Insurance का शेयर सोमवार को BSE पर 6.6 प्रतिशत चढ़कर 547.5 रुपये पर पहुंच गया था और इसमें औसत कारोबार तीन गुना बढ़ गया। NSE और BSE पर इसमें करीब 2.415 करोड़ इक्विटी शेयरों की अदला-बदली हुई।
तुलनात्मक तौर पर, BSE के सेंसेक्स (Sensex) में 0.67 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज की एक रिपोर्ट में कहा गया है, प्रबंधन ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि वह कितनी हिस्सेदारी बढ़ाएगा। सैद्धांतिक तौर पर सीमा 100 प्रतिशत है। हमारा मानना है कि यह 50-60 प्रतिशत के बीच रहनी चाहिए।