देश की कुछ बड़ी आईटी सेवा कंपनियों की राजस्व वृद्धि में वित्त वर्ष 25 के दौरान सुधार दिखने के आसार हैं और यह वित्त वर्ष 24 की अनुमानित चार से पांच प्रतिशत वृद्धि की तुलना में बढ़कर वित्त वर्ष 25 में 9 से 10 प्रतिशत हो सकती है।
हाल ही में किए गए बड़े सौदों, लागत कम करने वाले कार्यक्रमों और वैकल्पिक व्यय में सुधार की वजह से ऐसा हो सकता है। कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज की रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है। भारतीय आईटी कंपनियों ने हाल के महीनों में कई बड़े सौदे हासिल किए हैं, जो उद्यमों की लागत में कमी से प्रेरित हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है ‘इन्फोसिस, एचसीएलटेक और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) को ऐसे सौदों से लाभ मिला है। हमारा मानना है कि वैकल्पिक व्यय से संचालित अल्पावधि वाले कार्यक्रमों का रुख नियंत्रित लागत वाले बड़े कार्यक्रमों की ओर होने के बाद सौदे के प्रवाह को सहारा मिला है। इसमें बिक्री चक्र लंबा होता है। हमें वैकल्पिक व्यय सुधार के साथ-साथ कैलेंडर वर्ष 24 में नियंत्रित लागत वाले सौदों के जारी रहने की उम्मीद है।’
पिछले सप्ताह इन्फोसिस ने अपने आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (AI) समाधानों का लाभ उठाते हुए विकसित डिजिटल सेवाएं प्रदान करने को 15 साल की अवधि के लिए एक वैश्विक कंपनी के साथ 1.5 अरब डॉलर का अनुबंध किया था। इस वित्त वर्ष में इन्फोसिस के लिए यह पांचवां बड़ा सौदा था।
पिछले महीने टीसीएस ने जगुआर लैंड रोवर (JLR) की डिजिटल इकाई के साथ अगले पांच वर्षों के दौरान 80 करोड़ पाउंड (करीब एक अरब डॉलर) मूल्य की रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की थी। इस साल की शुरुआत में इसने ब्रिटेन के नैशनल एम्प्लॉयमेंट सेविंग्स ट्रस्ट (नेस्ट) के साथ 18 साल की अवधि के लिए 1.9 अरब डॉलर का अनुबंध किया था।
एचसीएलटेक ने अगस्त में प्रबंधित नेटवर्क सेवाओं के लिए वेरिजॉन बिजनेस के साथ 2.1 अरब डॉलर का बड़ा प्रौद्योगिकी सौदा किया था। इसके बारे में उसका कहना है कि यह कंपनी के लिए सबसे बड़ा सेवा सौदा और महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
कोटक के विश्लेषकों ने कहा कि हमें उम्मीद है कि लागत में कटौती के जरिये प्रौद्योगिकी को आधुनिक बनाने के लिए खुद से पैसे का इंतजाम कर निवेश पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। जैसा कोविड से पहले प्रचलित था, वह कैलेंडर वर्ष 24 में लौट आएगा।
उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि बड़ी कंपनियों में टीसीएस और इन्फोसिस सबसे अच्छी स्थिति में हैं, जबकि एचसीएलटेक की बुनियादी ढांचा सेवाओं और इंजीनियरिंग तथा अनुसंधान एवं विकास जैसे क्षेत्रों में मजबूत स्थिति है।