रिलायंस रिटेल ने एक अरब लेनदेन का आंकड़ा पार कर लिया है और वैश्विक स्तर पर शीर्ष 100 खुदरा विक्रेताओं में शामिल होने वाली इकलौती भारतीय खुदरा विक्रेता है।
देश की सबसे बड़ी खुदरा विक्रेता, जिसके 18,000 से अधिक स्टोर हैं, ने पिछले वित्त वर्ष में 3,300 स्टोर जोड़े तथा 6.56 करोड़ वर्ग फुट स्टोर क्षेत्र को कवर किया। पिछले साल के मुकाबले इसके खुदरा क्षेत्र में 50 प्रतिशत से ज्यादा का इजाफा हुआ है और पिछले साल की तुलना में स्टोरों पर आने वाले लोगों की संख्य भी 50 प्रतिशत तक बढ़कर वित्त वर्ष 23 में 78 करोड़ हो गई है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने वित्त वर्ष 23 की अपनी वार्षिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है।
अपनी वार्षिक रिपोर्ट में अंबानी ने कहा कि रिलायंस रिटेल भौतिक स्टोर, डिजिटल कॉमर्स और नई वाणिज्यिक पहलों का एकीकृत नेटवर्क चलाती है। अजियो और नेटमेड्स जैसे डिजिटल ब्रांड जरिये डिजिटल कॉमर्स तेज रफ्तार से बढ़ रहा है और खुदरा खंड की मजबूत वृद्धि में योगदान दे रहा है।
इसमें कहा गया है कि इसके व्यापारिक साझेदार नेटवर्क के तेजी से विस्तार के साथ नए वाणिज्य करोबार में वृद्धि तेज हो गई है और 30 लाख से अधिक व्यापारियों ने इसके नए वाणिज्य प्लेटफार्मों के साथ भागीदारी की है।
अंबानी ने कहा कि रिलायंस रिटेल भारतीय उपभोक्ताओं को किफायती दामों पर सर्वोत्तम श्रेणी के उत्पाद उपलब्ध कराने के लिए अपनी पेशकशों और परिचालन के स्तर में विस्तार करने पर विचार कर रही है।
अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कंपनी ने कहा कि खुदरा कारोबार के लिए इसका रणनीतिक उद्देश्य उत्पादकों, ब्रांड कंपनियों और व्यापारिक भागीदारों के साथ लाभदायक साझेदारी प्रारूप के जरिये भारत में खुदरा परिदृश्य को बदलना है।
पिछले वित्त वर्ष में इसने एफएमसीजी और सौंदर्य कारोबारों में प्रवेश किया था। एफएमसीजी कारोबार में इसने वर्ष के दौरान कई उत्पाद पेश किए, जिनमें इंडिपेंडेंस और कैंपा जैसे ब्रांड शामिल हैं।
सौंदर्य कारोबार में इसने डिजिटल कॉमर्स प्लेटफॉर्म टीरा शुरू किया और मुंबई में अपना प्रमुख स्टोर भी खोला। कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि आने वाले समय में इन कारोबारों में उत्तरोत्तर इजाफा किया जाएगा।