कतर के सरकारी वेल्थ फंड कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी ने रिलायंस रिटेल वेंचर्स (Reliance Retail Ventures) में हिस्सेदारी लेने की बात शुरू की है। बैंकिंग सूत्रों ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) की इस प्रमुख कंपनी में 1 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए फंड को 1 अरब डॉलर तक का निवेश करना पड़ सकता है।
आरआईएल की इस रिटेल होल्डिंग कंपनी की कीमत कतर इन्वेस्टमेंट के निवेश के साथ ही 100 अरब डॉलर तय हो जाएगी। आरआईएल आगे चलकर अपनी रिटेल और दूरसंचार कंपनियों को सूचीबद्ध कराने की 100 अरब डॉलर कीमत पर कतर इन्वेस्टमेंट के निवेश का मतलब है कि 2020 में 6.38 अरब डॉलर में रिलायंस रिटेल की 10.09 फीसदी हिस्सेदारी लेने वाले पीई फंडों को मोटा फायदा हो जाएगा।
कतर इन्वेस्टमेंट के प्रवक्ता ने नहीं की कोई टिप्पणी
इन निवेशकों में केकेआर ऐंड कंपनी और सऊदी अरब का पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड भी शामिल हैं। रिलायंस रिटेल वेंचर्स की बाकी हिस्सेदारी आरआईएल और उसकी सहायक कंपनियों के पास है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘कंपनी लगातार अलग-अलग मौके तोलती रहती है। मगर हम बाजार की अटकलों और अफवाहों पर प्रतिक्रिया नहीं देते।’ कतर इन्वेस्टमेंट के प्रवक्ता ने भी कोई टिप्पणी नहीं की।
रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर आज 2 फीसदी चढ़ा
रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर बंबई स्टॉक एक्सचेंज पर आज 2 फीसदी बढ़त के साथ 2,525 रुपये पर बंद हुआ। इस हिसाब से कंपनी का बाजार पूंजीकरण बढ़कर 17.08 लाख करोड़ रुपये हो गया।
जेएम फाइनैंशियल ने हालिया रिपोर्ट में रिलायंस रिटेल वेंचर्स की कीमत 105 अरब डॉलर आंकी थी। उसका कहना था कि वित्त वर्ष 2023 में कंपनी का एबिटा इसकी सहायक कंपनी रिलायंस रिटेल लिमिटेड के एबिटा से 2 से 4 फीसदी अधिक रहा था। रिलायंस रिटेल वेंचर्स के पास रिलायंस रिटेल लिमिटेड में हिस्सेदारी के अलावा कुछ अन्य संपत्तियां भी हैं।
आरआईएल का रिलायंस रिटेल के विस्तार पर ध्यान
आरआईएल 2015 से ही रिलायंस रिटेल के विस्तार पर ध्यान दे रही है। देश भर में इसके 18,000 स्टोर हैं और इसकी सालाना बिक्री 30 अरब डॉलर हो गई है। देश में तेजी से बढ़ते रिटेल क्षेत्र में निवेश की संभावना तलाश रहे विदेशी निवेशकों के लिए यह बेहतरीन ठिकाना बन गई है।
जेएम फाइनैंशियल ने रिलायंस रिटेल वेंचर्स की कीमत 90 से 100 अरब डॉलर आंकी थी मगर इसका अंतर्निहित मूल्य इससे 5-10 फीसदी अधिक है।