पेटीएम के संस्थापक एवं मुख्य कार्याधिकारी विजय शेखर शर्मा ने 23वीं सालाना आम बैठक (एजीएम) में कहा कि कंपनी का मुख्य जोर आर्टीफिशल जनरल इंटेलीजेंस (एजीआई) सॉफ्टवेयर स्टैक पर रहेगा, जिससे कम लागत पर अवसर पैदा होंगे और कंपनी की वित्तीय प्रणाली सुरक्षित होगी। उन्होंने कहा कि कंपनी का एआई स्टैक आने वाले कई दशकों तक भारत के वित्तीय सेवा तंत्र की जरूरत पूरी करेगा।
शर्मा ने कहा, ‘एजीआई पर ध्यान केंद्रित कर हम (भारत) जल्द ही वैश्विक महाशक्ति बन जाएंगे और पेटीएम इसकी बदलाव की अग्रणी होगी।’ पिछले महीने कंपनी के शेयरधारकों को भेजे पत्र में शर्मा ने कहा कि एआई में इस सकारात्मक घटनाक्रम का भारतीय बाजार के लिए इस्तेमाल किया जा सकेगा और भारत से बाहर भी इसका लाभ उठाया जा सकेगा।
उन्होंने स्पष्ट किया कि नियामक के दिशा-निर्देशों के अनुपालन में एआई का इस्तेमाल छोटे मोबाइल-आधारित ऋणों को बढ़ावा देने में किया जा सकेगा।
शर्मा ने पत्र में कहा था, ‘हम इंडिया-स्केल एआई सिस्टम तैयार कर रहे हैं, जो संभावित जोखिम और धोखाधड़ी पहचानने में विभिन्न वित्तीय संस्थानों की मदद करेगा, जबकि साथ ही उन्हें एआई में उन्नयन से पैदा होने वाले नए तरह के खतरों से भी बचाएगा।’
कंपनी ने हाल में व्यवसायियों के लिए विभिन्न तरह के साउंडबॉक्स डिवाइस पेश किए हैं, जिनमें यूपीआई और क्रेडिट/डेबिट कार्ड ट्रांजेक्शन के लिए कार्ड साउंडबॉक्स, म्यूजिक साउंडबॉक्स और डेबिट-कार्ड आकार के पॉकेट साउंडबॉक्स शामिल हैं। कंपनी ने अब तक करीब 87 लाख साउंडबॉक्स और पॉइंट-ऑफ-सेल डिवाइस वितरित किए हैं।
उन्होंने कहा, ‘साउंडबॉक्स की हमारी ताजा पेशकशों से यह पता चलता है कि हम भारतीय व्यवसायियों और उपभोक्ताओं की जरूरतों को किस हद तक समझते हैं। हम हरेक तिमाही में अपने डिवाइस का वितरण बढ़ा रहे हैं और भारत में हरेक छोटी दुकान को भी तकनीक से जोड़ने पर जोर दे रहे हैं।’
कंपनी ने कहा कि भारत में करीब 5 करोड़ व्यवसायी हैं जो भुगतान के लिए क्विक रेस्पोंस (क्यूआर) कोड का इस्तेमाल करते हैं। अनुमान है कि क्यूआर कोड इस्तेमाल करने वाले व्यवसायियों की संख्या जल्द ही बढ़कर 10 करोड़ हो जाएगी।
पेटीएम के कार्यकारी निदेशक, अध्यक्ष एवं समूह मुख्य वित्तीय अधिकारी मधुर देवड़ा ने कहा, ‘हम व्यवसायियों के लिए ऐसी प्रौद्योगिकी ला रहे हैं जिससे उन्हें व्यवसाय बढ़ाने, अपनी जिंदगी आसान बनाने में मदद मिल सके। हम नवाचार की कोशिश बरकरार रखेंगे, क्योंकि देश में हम कई उत्पाद सबसे पहले पेश करने वाले रहे हैं।’ करीब 8,300 करोड़ रुपये की नकदी वाली पेटीएम ने कहा कि उसे निकट भविष्य में मुक्त नकदी प्रवाह में आने का भरोसा है। शर्मा पेटीएम में सबसे बड़े शेयरधारक हैं।