अमेरिकी रोजगार के आंकड़ों से बाजार को मजबूती मिलने की उम्मीद है। पिछले बुधवार के 18,974 के निचले स्तर से निफ्टी-50 सूचकांक 257 अंक या 1.4 प्रतिशत सुधर चुका है।
अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल में नरमी के बीच बाजार में लगातार कई दिन तेजी दर्ज की गई। अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल 4.6 प्रतिशत से नीचे चला गया। सूचकांक शुक्रवार को 19,230 पर बंद हुआ। तकनीकी विश्लेषकों का मानना है कि अन्य 200 अंक की तेजी बाजार में मंदी की पकड़ कमजोर बना सकती है।
स्वास्तिक इन्वेस्टमार्ट में शोध प्रमुख संतोष मीना का कहना है, ‘बाजार को 19,330, 19,440 और 19,550 पर प्रतिरोध का सामना करना पड़ सकता है। यदि निफ्टी 19,550 को पार करता है तो माना जा सकता है कि गिरावट का दौर थम गया है।’
तीन शेयरों का खत्म हो रहा लॉक-इन
मैनकाइंड फार्मा, एसबीएफसी फाइनैंस और फ्यूजन माइक्रो फाइनैंस के शेयरों में हलचल बढ़ सकती है, क्योंकि इनके आईपीओ से संबंधित लॉक-इन अवधि खत्म हो रही है। मैनकाइंड और फ्यूजन के लिए एक वर्ष की शेयर लॉक-इन अवधि जबकि एसबीएफसी के एंकर निवेशकों के लिए 90 दिन की लॉक-इन अवधि अब समाप्त हो रही है।
मैनकाइंड में निर्गम भाव के मुकाबले 65 प्रतिशत की तेजी आई है जबकि एसबीएफसी में लगभग 44 प्रतिशत इजाफा हुआ है। ऐहितासिक तौर पर लॉक-इन अवधि समाप्त होने के बाद शेयरों (खासकर निजी इक्विटी समर्थित कंपनियों) में दबाव देखा जाता है।
प्रोटियन व ईएसएएफ का जीएमपी
प्रोटियन ईगॉव टेक्नोलॉजीज और ईएसएएफ स्मॉल फाइनैंस बैंक पर जीएमपी इस समय 22 प्रतिशत और 33 प्रतिशत पर है। निवेश बैंकरों का मानना है कि व्यवसायों की खास प्रवृत्ति की वजह से दोनों आईपीओ सेकंडरी बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।
ईएसएएफ के 460 करोड़ रुपये के आईपीओ को पहले दिन 1.7 गुना आवेदन मिले जबकि प्रोटियन ने एंकर निवेशकों से 144 करोड़ रुपये जुटाए। ईएसएएफ का आईपीओ मंगलवार को बंद हो रहा है। प्रोटियन का मूल्यांकन 3,200 करोड़ रुपये है और उसका आईपीओ बुधवार को बंद होगा।