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उच्चस्तर पर इक्विटी फंडों में निवेश, जुलाई के मुकाबले अगस्त में सकल प्रवाह 18 प्रतिशत बढ़ा

पूर्ववर्ती तीन महीनों में ऊंचे स्तरों पर बने रहने और फिर मुनाफावसूली होने की वजह से निवेश मासिक आधार पर 19 प्रतिशत घटकर 24,580 करोड़ रुपये रह गया।

Last Updated- September 11, 2023 | 9:52 PM IST
Equity MF flows at 12-month high in March

इक्विटी म्युचुअल फंड योजनाओं में शुद्ध प्रवाह अगस्त में बढ़कर 20,000 करोड़ रुपये के पार पहुंच गया, जो वित्त वर्ष 2024 में सर्वाधिक है।

भारत में म्युचुअल फंडों के संगठन (Amfi) द्वारा जारी आंकड़ों से पता चला है कि अगस्त में इक्विटी एमएफ योजनाओं में पूंजी प्रवाह जुलाई के 7,600 करोड़ रुपये के मुकाबले दोगुना से भी ज्यादा रहा है।

शुद्ध पूंजी प्रवाह में वृद्धि को सकल निवेश में मासिक आधार पर 18 प्रतिशत की वृद्धि से मदद मिली। सकल निवेश एसआईपी के जरिये आए 15,800 करोड़ रुपये और ऐक्टिव इक्विटी सेगमेंट में सात नई फंड पेशकशों के जरिये 5,000 करोड़ रुपये के प्रवाह की मदद से काफी बढ़ गया। पूर्ववर्ती तीन महीनों में ऊंचे स्तरों पर बने रहने और फिर मुनाफावसूली होने की वजह से निवेश मासिक आधार पर 19 प्रतिशत घटकर 24,580 करोड़ रुपये रह गया।

एम्फी के मुख्य कार्याधिकारी एन एस वेंकटेश ने कहा, ‘शानदार एसआईपी योगदान भारतीय निवेशकों द्वारा छोटे आकार की एसआईपी के जरिये निवेश से रकम जोड़ने के दीर्घावधि दृष्टिकोण का संकेत है।’

कोटक महिंद्रा एएमसी के नैशनल हेड (मार्केटिग ऐंड डिजिटल बिजनेस, सेल्स) मनीष मेहता ने कहा, ‘सेल-ऑन-हाई और पर्चेज-ऑन-लो का ट्रेंड अगस्त की इक्विटी बिक्री में स्पष्ट दिखा। इसे इक्विटी और हाइब्रिड श्रेणियों में कुछ नई फंड पेशकशों से भी मदद मिली।’

बाजार में मार्च से बड़ी तेजी आई थी, हालांकि अगस्त में कुछ दबाव देखने को मिला और प्रमुख सूचकांक पिछले महीने अपनी पांच महीने की बढ़त बरकरार रखने में नाकाम रहे। निफ्टी-50 और सेंसेक्स, दोनों में पिछले महीने 2.5 प्रतिशत गिरावट आई। हालांकि निफ्टी स्मॉलकैप में 4.6 प्रतिशत और निफ्टी मिडकैप में 3.7 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई।

इक्विटी फंडों में, स्मॉलकैप योजनाएं निवेशकों के लिए आकर्षक बनी रहीं, क्योंकि इनमें उन्होंने करीब 4,265 करोड़ रुपये का निवेश किया। इसके बाद सिर्फ सेक्टोरल और थीमेटिक योजनाओं में मुख्य रूप से इस श्रेणी में पांच नई पेशकशों की वजह से ज्यादा निवेश आकर्षित किया। इन योजनाओं – एचडीएफसी ट्रांसपोर्टेशन ऐंड लॉजिस्टिक्स फंड, एचएसबीसी कंजम्पशन फंड, कोटक क्वांट फंड, निप्पॉन इंडिया इनोवेशन फंड और क्वांट मैन्युफैक्चरिंग फंड ने संयुक्त रूप से पेशकश अवधि में 2,560 करोड़ रुपये जुटाए।

गोल्ड ईटीएफ ने भी निवेशक दिलचस्पी में इजाफा दर्ज किया और इन फंडों में शुद्ध प्रवाह बढ़कर 1,028 करोड़ रुपये की 16 महीने की ऊंचाई पर पहुंच गया।

मॉर्निंगस्टार इंडिया में विश्लेषक (शोध प्रबंधक) मेलविन सांतारिता ने कहा, ‘अमेरिका में ब्याज दरों में लगातार वृद्धि, मुद्रास्फीति के अनुमान से ऊपर बने रहने और वृद्धि दर में नरमी की वजह से सोने का आकर्षण बरकरार रहने की संभावना है। इसके अलावा, हाल के समय में सोने की कीमतें सर्वाधिक ऊंचे स्तरों से नीचे आई हैं जिससे खरीदारी के अवसर पैदा हुए हैं, खासकर इस साल मार्च के बाद दर्ज की गई भारी तेजी के बाद से।’

लोकप्रिय हाइब्रिड फंडों में प्रवाह भी करीब एक साल की सुस्ती के बाद मजबूत हुआ है। बैलेंस्ड एडवांटेज फंडों (बीएएफ) ने पिछले महीने 3,600 करोड़ रुपये का शुद्ध प्रवाह आकर्षित किया, जो जनवरी 2022 के बाद से सर्वाधिक है। यूटीआई एमएफ के बीएएफ एनएफओ ने कुल पूंजी प्रवाह में 2,250 करोड़ रुपये का योगदानदिया।

हाल में फंड हाउसों ने हाइब्रिड फंडों को लोकप्रिय बनाने के प्रयास तेज किए हैं और उन्हें इक्विटी तथा डेट योजनाओं में अलग से निवेश के मुकाबले कर किफायती विकल्प के तौर पर प्रचारित किया है।

First Published - September 11, 2023 | 9:52 PM IST

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