वैश्विक निवेश फर्म केकेआर समर्थित इंडिया ग्रिड ट्रस्ट (Indigrid) ने डिबेंटर के माध्यम से 1,250 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है। इसका इस्तेमाल पुराना कर्ज चुकाने और अधिग्रहण में होगा।
इंडिया ग्रिड बिजली पारेषण व बिजली उत्पादन संबंधी संपत्तियों का प्रबंधन करती है। यह ऋण और प्रबंधन के तहत संपत्ति का अनुपात कम करने के लिए 1,500 करोड़ रुपये तक इक्विटी से जुटाएगी। इसके माध्यम से इंडिया ग्रिड विवेकपूर्ण वित्तीय प्रबंधन के लिए अनुपात 65 प्रतिशत से घटाकर 60 प्रतिशत करना चाहती है।
मई 2023 में इंडिया ग्रिड ने इन्वेस्टमेंच मैनेजर और प्रोजेक्ट मैनेजर के साथ विरेसेंट रिन्यूएबल एनर्जी ट्रस्ट (वीआरईटी) के 100 प्रतिशत अधिग्रहण की घोषणा की थी। यह सौदा 4,000 करोड़ रुपये का होने की संभावना है, जो नियामकीय मंजूरियों और बंदी के समायोजन पर निर्भर होगा।
क्रिसिल रेटिंग्स ने इंडिया ग्रिड के 1,250 करोड़ रुपये के नान कनवर्टेबल डिबेंचर्स (एनसीडी) की रेटिंग एएए स्थिर रखी है। यह बुनियादी ढांचा निवेश ट्रस्ट (इनविट) है।
रेटिंग से इस ट्रस्ट के स्थिर राजस्व का पता चलता है। इस इकाई का पारेषण लाइन के रखरखाव का बहुत शानदार ट्रैक रिकॉर्ड है, जो 35 साल के पारेषण सेवा समझौते (टीएसए) से ज्यादा है।