इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने मंगलवार की शाम कहा कि सरकार इंडिया एआई कार्यक्रम पेश करने की तैयारी कर रही है।
नैसकॉम फ्यूचर फोर्ज इवेंट 2023 में ऑनलाइन शामिल हुए चंद्रशेखर ने कहा, ‘इंडिया एआई कार्यक्रम अच्छी तरह से वित्त पोषित, सुनियोजित और सुव्यवस्थित होगा। इसमें कृषि, सुरक्षा और प्रशासन में वास्तविक जीवन पर आधारित हमारे स्टार्टअप तंत्र पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।’
उद्योग सूत्रों के अनुसार यह कार्यक्रम 11 दिसंबर को शुरू किया जा सकता है। भारत 12 दिसंबर से नई दिल्ली में एआई से संबंधित तीन-दिवसीय वैश्विक सम्मेलन की मेजबानी करेगा।
ग्लोबल पार्टनरशिप ऑन आर्टीफिशल इंटेलीजेंस (जीपीएआई) सम्मेलन में एआई के विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान दिया जाएगा, जिनमें संबंधित एआई, डेटा गवर्नेंस, कार्य के भविष्य और नवाचार तथा व्यावसायीकरण मुख्य रूप से शामिल हैं।
चंद्रशेखर ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि नई दिल्ली घोषणापत्र बेहद सामंजस्यपूर्ण तरीके से ब्लेचली घोषणापत्र को आगे बढ़ाएगा।’मंत्री हाल में एआई सेफ्टी समिट 2023 में शामिल हुए थे, जिसका आयोजन ब्रिटेन के ब्लेचली पार्क, बकिंघमशायर में किया गया था। इस सम्मेलन में अमेरिका और चीन समेत 28 देशों ने हिस्सा लिया था।
सम्मेलन में शामिल देशों ने ‘ब्लेचली डिक्लरेशन’ पर सहमति जताई थी। यह दस्तावेज एआई प्रणालियों को मानवीय उद्देश्यों के अनुरुप ढाले जाने की जरूरत को स्पष्ट करता है और एआई की पूर्ण क्षमता की व्यापक खोज को प्रोत्साहित करता है।
चंद्रशेखर ने कहा, ‘तकनीक का उसकी भलाई, नवाचार और विकास के लिए ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया जाना चाहिए। लेकिन निश्चित तौर पर टेक प्लेटफॉर्मों की सुरक्षा, विश्वास और जवाबदेही का ध्यान रखा जाना चाहिए।’ लेकिन अन्य देशों के मुकाबले इसमें भारत किस तरह से प्रगति कर रहा है, इसमें बड़ा अंतर है। उन्होंने कहा कि कुछ देश अभी भी एआई को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।
नैसकॉम के सम्मेलन में चंद्रशेखर से पूछा गया कि सरकार स्टार्टअप के लिए डेटा तक पहुंच की समस्या को कैसे निपटा रही है, क्योंकि यह अभी भी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। उनसे स्वास्थ्य, रक्षा और बैंकिंग जैसे क्षेत्रों में डेटा मानकीकरण के बारे में भी पूछा गया।
चंद्रशेखर ने कहा कि सरकार एक ऐसी एआई रणनीति पर काम कर रही है जिसमें व्यापक कम्प्यूटिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करना शामिल है।