हाल में सूचीबद्ध एनबीएफसी फेडबैंक फाइनैंशियल सर्विसेज का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में 25.12 प्रतिशत बढ़कर 57.76 करोड़ रुपये हो गया है, जो वित्त वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही में 46.16 करोड़ रुपये था। कंपनी को आय और ऋण वितरण में मजबूत वृद्धि से मदद मिली।
कंपनी की शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) 29 प्रतिशत तक बढ़कर 207.30 करोड़ रुपये हो गई, जो वित्त वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही में 160.40 करोड़ रुपये थी।
कंपनी का तिमाही ऋण वितरण एक साल पहले की अवधि के 2,294 करोड़ रुपये से करीब 28 प्रतिशत बढ़कर 2,932.90 करोड़ रुपये हो गया। कुल ऋणों में कंपनी के स्वर्ण ऋण व्यवसाय का योगदान करीब 68 प्रतिशत के साथ 2007.3 करोड़ रुपये रहा। वहीं गैर-स्वर्ण ऋण व्यवसाय 925.6 करोड़ रुपये पर रहा।
प्रबंधन अधीन परिसंपत्तियां (एयूएम) 37.54 प्रतिशत तक बढ़कर 10030.40 करोड़ रुपये पर पहुंच गईं, जो वित्त वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही में 7,292.20 करोड़ रुपये थीं।
फेडबैंक फाइनैंशियल सर्विसेज के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी अनिल कोठुरी ने कहा, ‘जहां तक गैर-स्वर्ण ऋण व्यवसाय का सवाल है, हम इसमें क्षमताओं से संपन्न हैं। हमारे ऋण वितरण में तेजी बनी हुई है और इस वजह से एयूएम में भी वृद्धि जारी रहेगी।’
उन्होंने कहा, ‘हमारा प्रयास यह सुनिश्चित करना है कि वित्त वर्ष 2025 तक एयूएम वृद्धि 25 से 30 प्रतिशत के बीच हासिल की जा सके।’ कंपनी की परिसंपत्ति गुणवत्ता में लगातार सुधार आ रहा है। सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (जीएनपीए) और शुद्ध गैर-निष्पादित आस्तियां (एनएनपीए) घटकर अपने निचले स्तरों पर आ गई हैं।