वाहन क्षेत्र का फ्रांस का ब्रांड सित्रों (Citrus) अक्टूबर तक भारतीय बाजार में अपना सी3 एयरक्रॉस (c3 aircross) स्पोर्ट यूटिलिटी व्हीकल (SUV) पेश करने की तैयारी में है।
कंपनी अगले साल की शुरुआत में सी-क्यूब्ड प्लेटफॉर्म पर नया वाहन लाने की भी तैयारी कर रही है। कंपनी के शीर्ष अधिकारी ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि वह भारत से दक्षिण अफ्रीका, आसियान (दक्षिण पूर्व एशियाई देशों का संघ) और नेपाल जैसे बाजारों में निर्यात पर बड़ा दांव लगा रही है।
सित्रों सी3 और सी5 एयरक्रॉस एसयूवी की 6,000 गाड़ियां बेचने वाली सित्रों को चालू वर्ष के दौरान अपनी बिक्री दोगुनी होने की संभावना दिख रही है। यह पहले छह महीनों के दौरान सित्रों सी3 और ईसी3 इलेक्ट्रिक वाहनों की 6,000 गाड़ियां बेच चुकी है।
सित्रों इंडिया शाखा प्रमुख सौरभ वत्स ने कहा ‘हम सितंबर में सी3 एयरक्रॉस एसयूवी के लिए बुकिंग शुरू करने वाले हैं और इसे अक्टूबर में पेश करेंगे।’ उन्होंने कहा कि इससे पहले हमने कहा था कि हम सी-क्यूब्ड प्लेटफॉर्म पर तीन वाहन पेश करेंगे। अब हम अगले साल की शुरुआत में चौथा वाहन पेश करने जा रहे हैं।
वर्ष 2021 में फिएट क्रिसलर ऑटोमोबाइल्स और फ्रेंच पीएसए ग्रुप के विलय के बाद स्टेलेंटिस वजूद में आई थी। फिलहाल कंपनी भारत में जीप और सित्रों ब्रांड के तहत वाहन बेचती है। सित्रों के पास वर्तमान में जो तीन वाहन हैं, वे सी-क्यूब्ड प्लेटफॉर्म पर आधारित हैं। इनमें सित्रों सी3, सी5 एयरक्रॉस एसयूवी और ईसी3 शामिल हैं।
समूह अब तक तमिलनाडु में दो कारखानों के साथ भारतीय बाजार में 600 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश कर चुका है। तिरुवल्लुर में वाहन असेंबली संयंत्र है तथा होसुर में इंजन और ट्रांसमिशन संयंत्र के साथ-साथ चेन्नई में एक अनुसंधान और विकास केंद्र है।
स्टेलेंटिस के बिक्री, विपणन और क्षेत्रीय परिचालन (भारत और एशिया प्रशांत क्षेत्र) के प्रमुख बिली हेस ने कहा कि स्टेलेंटिस वर्ष 2025 तक वैश्विक स्तर पर 30 अरब यूरो का निवेश करने जा रही है। भारत हमारा प्रमुख बाजार बनने वाला है। हम सित्रों को इंडोनेशिया में भी पेश करने पर विचार कर रहे हैं।
कंपनी ने हाल ही में चेन्नई के कामराजार बंदरगाह से दक्षिण अफ्रीका, आसियान और नेपाल को निर्यात शुरू किया था और भविष्य में निर्यात वृद्धि की उम्मीद कर रही है।