प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 मई, 2014 को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को 2014 के लोकसभा चुनाव में मिली जीत के नौ साल पूरे होने के मौके पर मंगलवार को ‘रोजगार मेले’ में 71,206 नियुक्ति पत्रों का वितरण किया। प्रधानमंत्री ने 22 अक्टूबर, 2022 से अब तक ऐसे पांच आयोजनों में 3.59 लाख नियुक्ति पत्र सौंपे हैं।
पिछले साल जून में प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने ट्वीट किया था कि मोदी ने सभी विभागों और मंत्रालयों को दिसंबर 2023 तक ‘अगले 18 महीने में’ अभियान चलाते हुए 10 लाख लोगों की भर्ती करने के निर्देश दिए थे।
इस कार्यक्रम में, प्रधानमंत्री ने रोजगार सृजन की दिशा में अपनी सरकार की पहलों के बारे में बात की और कहा कि पिछले कुछ हफ्ते में उद्योग और निवेश के क्षेत्र में ‘अभूतपूर्व सकारात्मकता’ देखी गई है और साथ ही उन्होंने वैश्विक कंपनियों के प्रमुख सीईओ के साथ अपनी बैठकों का ब्योरा दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैंने कुछ दिन पहले वॉलमार्ट के सीईओ (डग मैकमिलन) से मुलाकात की थी। उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी अगले तीन-चार साल में भारत से 80,000 करोड़ रुपये के सामान का निर्यात शुरू करेगी। यह हमारे युवाओं के लिए बड़ी खबर है जो लॉजिस्टिक्स और आपूर्ति श्रृंखला क्षेत्र में काम करना चाहते हैं।’
मोदी ने कहा कि अपनी भारत यात्रा के दौरान सिस्को के सीईओ चक रॉबिंस ने उन्हें बताया कि उनकी कंपनी भारत से 8,000 करोड़ रुपये के उत्पादों के निर्यात का लक्ष्य लेकर चल रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि एनएक्सपी सेमीकंडक्टर्स के शीर्ष अधिकारियों ने हाल ही में उनसे मुलाकात की और वे भारत के सेमीकंडक्टर तंत्र की क्षमता को लेकर बेहद ‘सकारात्मक’ थे। मोदी ने कहा, ‘फॉक्सकॉन ने भारत में अपनी कई परियोजनाओं में हजारों करोड़ रुपये का निवेश शुरू कर दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अगले सप्ताह वह कई वैश्विक कंपनियों के मुख्य कार्याधिकारियों (सीईओ) से मुलाकात करेंगे जो भारत में निवेश को लेकर उत्साहित हैं और ये प्रयास इस बात का सबूत हैं कि भारत में विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार के अवसर तेजी से बढ़ रहे हैं।
मोदी ने कहा कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के 2018-19 के बाद के पेरोल आंकड़ों के अनुसार 4.5 करोड़ से अधिक लोगों को संगठित क्षेत्र में नौकरी मिली है। उन्होंने कहा, ‘यह स्पष्ट है कि संगठित क्षेत्र की नौकरियों और स्वरोजगार के अवसरों में तेजी से वृद्धि हुई है।’
प्रधानमंत्री ने याद दिलाया कि आज ही के दिन 16 मई को नौ साल पहले लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित किए गए थे, जिसका पूरे देश ने जश्न मनाया था। मोदी सरकार के नौ साल पूरे होने के मौके पर सरकार और भाजपा की व्यापक योजनाएं हैं, जिसमें प्रधानमंत्री द्वारा 30 मई को एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करना और संभवत: नए संसद भवन का उद्घाटन करना शामिल है जिसे अंतिम रूप दिया जा रहा है।
मोदी ने कहा कि वर्ष 2014 में भाजपा के केंद्र में सत्ता में आने से पहले स्टार्टअप की संख्या कुछ सौ थी जो बढ़कर करीब एक लाख हो गई और अनुमान है कि इन स्टार्टअप ने कम से कम 10 लाख नौकरियां दी हैं। सरकार ने 2014 से मुद्रा योजना के तहत 23 लाख करोड़ रुपये से अधिक के ऋण वितरित किए हैं जिससे नागरिकों को नए व्यवसाय स्थापित करने, टैक्सी खरीदने या अपने मौजूदा दुकानों, प्रतिष्ठानों का विस्तार करने में मदद मिली है। इस योजना के तहत ऋण प्राप्त करने के बाद लगभग 8-9 करोड़ नागरिक पहली बार उद्यमी बन गए हैं। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा कि केंद्र सरकार में 30 लाख रिक्तियां हैं। कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने रोजगार मेलों के माध्यम से शासन को एकदम निचले स्तर पर पहुंचा दिया है जैसे कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से इन नौकरियों का सृजन किया हो और मानो वह व्यक्तिगत रूप से इन नौकरी पाने वालों को भुगतान कर रहे हों और जिन्हें ये नौकरियां मिली हैं उन्हें सिर्फ और सिर्फ उनके प्रति कृतज्ञ होना चाहिए।
रमेश ने कहा कि इस देश में रोजगार चाहने वाले युवा जानते हैं कि यह वही प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में लाखों-लाख नौकरियों के अवसर खत्म कर दिए क्योंकि उन्होंने नोटबंदी का फैसला करने, त्रुटियों से भरी जीएसटी लागू करने, एमएसएमई के दायरे को सीमित करने और सार्वजनिक उपक्रमों के बड़े पैमाने पर निजीकरण करने का निर्णय लिया।