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Future enterprises का दिवालिया समाधान, लेनदारों की पसंद रिलायंस रिटेल

रिलायंस ने हाल में अपने वित्तीय सेवा कारोबार को अलग किया है, जिसकी सूचीबद्ध‍ता 20 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर हुई है।

Last Updated- August 07, 2023 | 12:39 AM IST

दिवालिया कंपनी फ्यूचर एंटरप्राइजेज (Future enterprises) को दिए 15,820 करोड़ रुपये के कर्ज का एक हिस्सा वसूलने के लिए लेनदार आरआईएल की सहायक रिलायंस रिटेल वेंचर्स (RRVL) पर दांव लगा रहे हैं।

लेनदारों ने कहा, अगर रिलायंस रिटेल वेंचर्स की पेशकश स्वीकार की जाती है तो उसकी पहुंच दो बीमा संयुक्त उद्यम तक होगी, जिसका स्वामित्व अभी फ्यूचर एंटरप्राइजेज व जेनराली के पास है और यह आरआईएल की वित्तीय सेवा कारोबार के लिए बेहतर होगा।

रिलायंस रिटेल वेंचर्स के अलावा जिंदल इंडिया और फैब्रिक निर्माता जीबीटीएल ने भी फ्यूचर एंटरप्राइजेज के लिए पेशकश की है। एक बैंकर ने कहा, रिलायंस रिटेल वेंचर्स के पास अच्छा वित्तीय समर्थन है, साथ ही उसका मूल्यांकन 111 अरब डॉलर है, ऐसे में फ्यूचर एंटरप्राइजेज के अधिग्रहण के लिहाज से काफी अच्छी स्थिति में है।

फ्यूचर एंटरप्राइजेज को अगस्त 2022 में दिवालिया अदालत भेजा गया था जब उसने बैंकों के 15,820 करोड़ रुपये के कर्ज भुगतान में चूक की।

सेंटबैंक फाइनैंशियल सर्विसेज ने सबसे ज्यादा 3,345 करोड़ रुपये का दावा किया था, जिसके बाद यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का 2,097 करोड़ रुपये का दावा था। बैंक ऑफ बड़ौदा ने 1,908 करोड़ रुपये का दावा किया था, लेकिन समाधान पेशेवर ने महज 701 करोड़ रुपये का दावा ही स्वीकार किया था।

अगस्त 2021 में रिलायंस रिटेल ने फ्यूचर समूह की कंपनियों की पूरी परिसंपत्तियां 24,700 करोड़ रुपये में अधिग्रहीत करने की पेशकश बैंकों को की थी। लेकिन लेनदार इस लेनदेन पर सहमत नहीं हुए और फ्यूचर समूह की कई कंपनियों को कर्ज समाधान के लिए दिवालिया संहिता के तहत दिवालिया अदालत भेज दिया।

फ्यूचर जेनराली इंडिया लाइफ इंश्योरेंस कंपनी और फ्यूचर जनराली इंडिया इंश्योरेंस कंपनी में फ्यूचर एंटरप्राइजेज की अल्पांश हिस्सेदारी है।

अगर रिलायंस रिटेल, फ्यूचर एंटरप्राइजेज के अधिग्रहण की दौड़ जीत जाती है तो उसके पास दोनों संयुक्त उद्यम में अल्पांश हिस्सदारी होगी।

रिलायंस ने हाल में अपने वित्तीय सेवा कारोबार को अलग किया है, जिसकी सूचीबद्ध‍ता 20 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर हुई है। कंपनी का इरादा बीमा समेत वित्तीय सेवा के सभी वर्टिकल में उतरने का है।

रिलायंस हर सेगमेंट की वैल्यू अनलॉकिंग कर रही है और हाल में उसने शेयर पुनर्खरीद के साथ रिलायंस रिटेल में अल्पांश शेयरधारिता ली है। कंपनी की बातचीत कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी से हो रही है, जिसमें रिलायंस रिटेल वेंचर्स की एक फीसदी हिस्सदारी 100 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर बेची जानी है।

साल 2020 में रिलायंस रिटेल वेंचर्स ने 10 फीसदी हिस्सेदारी विभिन्न वित्तीय निवेशकों को बेची थी। आरआईएल और उसकी सहायक कंपनियों के पास अभी इस कंपनी की 90 फीसदी हिस्सेदारी है।

First Published - August 7, 2023 | 12:39 AM IST

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