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वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री की सुस्त रफ्तार

Last Updated- December 15, 2022 | 5:20 AM IST

वाहनों की कुल बिक्री में वाणिज्यिक वाहनों का प्रदर्शन लगातार सबसे खराब बना हुआ है। उद्योग के जानकारों का कहना है कि कोरोनावायरस प्रकोप के कारण अर्थव्यवस्था में आई नरमी के बीच ग्राहक नए उत्सर्जन मानदंड के प्रभाव को देखने के लिए फिलहाल इंतजार कर रहे हैं।
मझोले एवं भारी वाणिज्यिक वाहनों (एमऐंडएचसीवी) की बिक्री में वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही के दौरान करीब 92 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। जबकि इस दौरान हल्के वाणिज्यिक वाहनों (एलसीवी) की बिक्री में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 87 फीसदी की कमी आई।
वाणिज्यिक वाहन बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी टाटा मोटर्स का कहना है कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान घरेलू बिक्री करीब 90 फीसदी गिरावट के साथ 9,274 वाहन रह गई जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 94,934 वाहनों का रहा था। कंपनी मासिक बिक्री के आंकड़े जारी नहीं करती है। टाटा मोटर्स के अध्यक्ष (वाणिज्यिक वाहन कारोबार इकाई) गिरीश वाघ ने कहा कि कंपनी के लिए पहली तिमाही भारत स्टेट (बीएस) 6 उत्सर्जन मानदंड को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए निर्धारित थी। टाटा मोटर्स के संयंत्रों का परिचालन मई के आखिर में उस दौरान सुचारु हुआ जब कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए किए गए देशव्यापी लॉकडाउन में ढील दी गई। उन्होंने के कहा कि उसके बाद धीरे-धीरे उत्पादन में सुधार हुआ। कंपनी की खुदरा बिक्री उसकी थोक बिक्री के मुकाबले 67 फीसदी कम थी।
कोरोनावायरस वैश्विक महामारी के कारण पैदा हुए व्यवधान का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, ‘कुछ क्षेत्रों में सुधार के आरंभिक संकेत दिख रहे हैं और समग्र आर्थिक सुधार होने पर हमें मांग में धीरे-धीरे तेजी आने की उम्मीद है। लेकिन फिलहाल हम कोविड-19 के कारण मांग और आपूर्ति में व्यवधान संबंधी चुनौतियों से लगातार निपटने की कोशिश कर रहे हैं।’
वाणिज्यिक वाहन बनाने वाली देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी अशोक लीलैंड के एमऐंडसीवी वाहनों की बिक्री जून में 93 फीसदी घटकर 572 वाहन रह गई। एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी ने इस श्रेणी में 7,780 वाहनों की बिक्री की थी।
अशोक लीलैंड के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी विपिन सोढी ने हाल में कहा था कि अर्थव्यवस्था को खुलना उद्योग के लिए एक तरह से प्रोत्साहन है। उन्होंने कहा कि कंपनी की फैक्टरियां खुल गई हैं और अधिकतर आपूर्तिकर्ताओं का परिचालन सुचारु हो चुका है।
महिंद्रा ऐंड महिंद्रा (एमऐंडएम) के वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री जून 2020 में समाप्त तिमाही के दौरान 70 फीसदी घटकर 15,587 वाहन रह गई। एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी ने इस श्रेणी में 51,594 वाहनों की बिक्री की थी। जून की बिक्री 36 फीसदी घटकर 10,417 वाहन रह गई जबकि जून 2019 में कंपनी ने इस श्रेणी में 16,394 वाहनों की बिक्री की थी।
एमऐंडएम के मुख्य कार्याधिकारी (ऑटोमोटिव डिवीजन) विजय नाकरा ने कहा कि वाहन उद्योग की यात्री एवं वाणिज्यिक वाहन श्रेणियों में सुधार दिखना शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि इसे मुख्य तौर पर ग्रामीण मांग बढऩे और देश में आवश्यक वस्तुओं की आवाजाही सुचारु होने से बल मिला है।
बजाज के घरेलू वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री 94 फीसदी घटकर 5,282 वाहन रह गई जबकि एक साल पहले की समान अवधि में उसने 84,217 वाहनों की बिक्री की थी। आयशर ट्रक्स ऐंड बसेज की घरेलू बिक्री 87.9 फीसदी घटकर 1,484 वाहन रह गई जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 12,245 वाहनों का रहा था।
वॉल्वो के ट्रकों की बिक्री 65.5 फीसदी घटकर 68 वाहन रह गई जो एक साल पहले की समान अवधि में 197 वाहनों की रही थी।

First Published - July 3, 2020 | 1:21 AM IST

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