बीबीके इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन की सहायक कंपनियां वनप्लस और रियलमी भारतीय बाजार में अपने टेलीविजन पैनल की बिक्री बंद करने की योजना बना रही हैं। इस मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने यह जानकारी दी है।
पिछले साल वनप्लस द्वारा 30,000 रुपये से कम मूल्य वर्ग में दूसरा स्थान हासिल किए जाने के बावजूद यह कदम उठाया गया है। कुल मिलाकर इसने पिछले साल की तुलना में 80 प्रतिशत की प्रभावशाली दर से इजाफा किया है और भारत के स्मार्ट टीवी शिपमेंट की सूची में यह पिछले साल चौथे स्थान पर रही। इस ब्रांड के वाई1 और वाई1एस मॉडल बेस्टसेलर के रूप में बताए गए थे। इसने हाल ही में वाई1एस प्रो श्रृंखला भी पेश की थी, जिसे जोरदार प्रतिक्रिया मिली।
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एक सूत्र ने संकेत दिया कि टेलीविजन पैनलों की सर्विसिंग में शामिल अधिक लागत की वजह से कंपनी को इतना सख्त फैसला लेना पड़ा होगा। एक अन्य सूत्र ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि देश में अपने टेलीविजन सेटों की बिक्री बंद करने की कंपनी की योजना के बारे में कर्मचारियों को बताया गया है। हालांकि वनप्लस ने इन दावों का खंडन किया है। कंपनी ने कहा कि फिलहाल हमारे पास इसकी कोई योजना नहीं है। हमारे टीवी उत्पाद खरीद के लिए उपलब्ध हैं और भारत में इन्हें काफी पसंद किया जाता है।
रियलमी को ईमेल पर भेजे गए सवाल का खबर लिखे जाने तक कोई जवाब नहीं मिला। भारतीय टेलीविजन बाजार के संबंध में अप्रैल में जारी काउंटरपॉइंट रिसर्च की एक रिपोर्ट से पता चलता है कि श्याओमी कैलेंडर वर्ष 2022 में 11 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ बाजार में अग्रणी बनी हुई है। शोध एजेंसी ने कहा है कि एमआई टीवी 5ए श्रृंखला और रेडमी स्मार्ट टीवी श्रृंखला, खास तौर पर 32 इंच मॉडल वाली, ब्रांड के लिए वॉल्यूम बढ़ाने वाली रही थीं।
काउंटरप्वाइंट रिसर्च के अनुसार भारतीय टीवी बाजार में श्याओमी के बाद सैमसंग का दबदबा रहा है, जिसके बाद तीसरे स्थान पर एलजी रहा। काउंटरपॉइंट की इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) सेवा के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2022 में भारत की स्मार्ट टीवी शिपमेंट में पिछले साल की तुलना में 28 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।
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रिपोर्ट में कहा गया है कि वार्षिक वृद्धि मुख्य रूप से तीसरी तिमाही के त्यौहारी सीजन के दौरान दमदार शिपमेंट, कई नए उत्पादों की शुरुआत, प्रचार छूट और कम कीमत वाले स्तर में बड़े स्क्रीन आकार की मांग वृद्धि से प्रेरित रही। हालांकि वर्ष 2022 की चौथी तिमाही में वृद्धि दर पिछले साल की तुलना में लगभग दो प्रतिशत पर स्थिर रही। त्योहारी सीजन के बाद की नरमी की वजह से ऐसा हुआ।
स्टेटिस्टा के आंकड़ों में अनुमान जताया गया है कि भारतीय टेलीविजन बाजार में वित्त वर्ष 23 के दौरान 2.26 करोड़ इकाई शामिल रहेंगी, जो वित्त वर्ष 22 की 2.02 करोड़ इकाइयों से अधिक है तथा उम्मीद है कि वित्त वर्ष 26 तक ये 3.04 इकाइयों तक पहुंच जाएगा। काउंटरप्वाइंट रिसर्च ने कहा कि बाजार के 96 प्रतिशत हिस्से पर फिलहाल एलईडी का दबदबा है।