प्रौद्योगिकी दिग्गज कंपनी गूगल ने शुक्रवार सुबह 10 भारतीय ऐप को प्ले स्टोर से हटाने की चेतावनी दी और शाम होते-होते डेटिंग और वैवाहिक सेवाएं देने वाली मैट्रीमनी डॉटकॉम, ट्रूली मेडली समेत कई अन्य कंपनियों के ऐप गूगल प्ले स्टोर से हटा दिए।
इन कंपनियों के डेवलपर्स पर आरोप है कि इन्होंने गूगल की बिलिंग नीति का पालन नहीं किया है। कंपनी ने कहा कि मानदंडों का उल्लंघन करने वाली कंपनियों पर इस प्रकार की कार्रवाई की जाती है। गूगल प्ले पर 200,000 से अधिक भारतीय डेवलपर्स हैं। जिनके खिलाफ कार्रवाई की बात कही गई है, उनमें कई जानी-मानी कंपनियां शामिल हैं।
ट्रूली मेडली के मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्नेहिल खनोर ने कहा, ‘हमें आज ही नोटिस दिया गया और इसके लगभग एक घंटे बाद ही उनका ऐप प्ले स्टोर से हटा दिया गया।’
एक्स पर एक पोस्ट में संजीव भिखचंदानी ने कहा, ‘भारतीय कंपनियां अब नियमों का पालन करेंगी। परंतु भारत को अब यूपीआई और ओएनडीसी की तरह ही ऐप स्टोर या प्ले स्टोर की सख्त जरूरत है जो डिजिटल सार्वजनिक ढांचे का हिस्सा है।’
अलायंस ऑफ डिजिटल इंडिया फाउंडेशन (एडीआईएफ) ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि गूगल की मनमानी कार्रवाई से उन्हें गहरा धक्का लगा है। इस कार्रवाई से पता चलता है कि कंपनी कानूनी प्रक्रिया और भारतीय ऐप तंत्र का बिल्कुल सम्मान नहीं कर रही है।
ऐप को प्ले स्टोर से हटाकर और ब्लॉग पोस्ट जारी कर गूगल भारतीय डेवलपर्स को डराना चाहती है, जिन्होंने उसकी शोषणकारी नीतियों को चुनौती दी है। शुक्रवार की कार्रवाई गूगल की उस चेतावनी के बाद सामने आई है, जिसमें उसने कहा था कि नियमों का पालन नहीं करने वाली कंपनियों पर वह कार्रवाई करेगी।