एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) सरकारी संस्थाओं के लिए टाटा मोटर्स और हुंडई मोटर इंडिया से 250 इलेक्ट्रिक वाहन खरीदेगी। इन दोनों कंपनियों का चयन एक अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के तहत की गई थी। टाटा मोटर्स और हुंडई मोटर इंडिया ने निविदा हासिल की थी। अब टाटा मोटर्स 150 नेक्सन एक्सजेड प्लस इलेक्ट्रिक कॉम्पैक्ट एसयूवी और हुंडई 100 कोना इलेक्ट्रिक प्रीमियम एसयूवी की आपूर्ति करेगी।
कुल निविदा मूल्य 41.6 करोड़ रुपये है। खरीदारी के लिए ईईएसएल हाल में एशियाई विकास बैंक (एडीबी) से प्राप्त 50 लाख डॉलर यानी करीब 37 करोड़ रुपये का इस्तेमाल करेगी। इस वित्त पोषण से बढ़ती लागत से निपटने और ऊर्जा दक्षता क्षेत्र की परियोजनाओं की मांग जैसे अत्यधिक प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के वित्त पोषण में मदद मिलेगी।
ईईएसएल ने एक बयान में कहा है कि वह टाटा मोटर्स से 14.86 लाख रुपये कीमत के हिसाब से नेक्सन की खरीदारी करेगी जो 14.99 लाख रुपये की एक्स-शोरूम कीमत के मुकाबले 13,000 रुपये सस्ती है। इसी प्रकार, हुंडई कोना की खरीदारी तीन साल की वारंटी के साथ 21.36 लाख रुपये कीमत पर की जाएगी जो करीब 11 फीसदी सस्ती होगी। इन इलेक्ट्रिक वाहनों को केंद्र एवं राज्य सरकारों की संस्थाओं में मौजूद पेट्रोल एवं डीजल वाहनों की जगह तैनात किया जाएगा। इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र में ईईएसएल के साथ टाटा मोटर्स की यह दूसरी साझेदारी है। वर्ष 2017 में कंपनी ने महिंद्रा ऐंड महिंद्रा के साथ ईईएसएल की पहली निविदा हासिल की थी जिसके तहत वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों द्वारा इस्तेमाल के लिए 10,000 इलेक्ट्रिक वाहनों की आपूर्ति करनी थी। हालांकि कम रेंज होने के कारण इन वाहनों का पूरा इस्तेमाल नहीं किया जा सका। ईईएसएल ने अब तक 1,547 इलेक्ट्रिक वाहन खरीद चुकी है जिसमें 692 वाहन टाटा मोटर्स से, 832 वाहन महिंद्रा ऐंड महिंद्रा से, 10 वाहन हुंडई से और 10 वाहन एमजी मोटर से खरीदे गए हैं।
ईईएसएल द्वारा खरीदे गए इन वाहनों का उपयोग केरल की द एजेंसी फॉर नॉन-कॉन्वेंशनल एनर्जी ऐंड रूरल टेक्नोलॉजी के हालिया 300 लॉन्ग रेंज वाले वाहनों के ऑर्डर को पूरा करने में किया जाएगा। ईईएसएल के कार्यकारी वाइस-चेयरपर्सन सौरभ कुमार ने कहा, ‘हमारे ई-मोबिलिटी कार्यक्रम के तहत इलेक्ट्रिक वाहन के इस्तेमाल पर जोर दिए जाने से तेल आयात पर निर्भरता घटेगी और भारत में बिजली क्षमता बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा। इससे देश की ऊर्जा सुरक्षा को काफी बल मिलेगा और परिवहन क्षेत्र से ग्रीनहाउस गैस के उत्पादन में भी उल्लेखनीय कमी आएगी।’ उन्होंने कहा कि कंपनी इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के काम को भी तेजी से आगे बढ़ा रही है। इससे आगे चलकर इलेक्ट्रिक वाहनों की रफ्तार बढ़ाने में मदद मिलेगी।
हुंडई मोटर इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ सेओन सेओब किम के अनुसार, कंपनी अपनी मानवता के लिए प्रगति संबंधी अपने दृष्टिकोण के तहत पर्यावरण के अनुकूल और मानव केंद्रित प्रौद्योगिकी का विकास कर रही है।