भारत भले ही दुनिया में सबसे तेजी से 5जी लागू करने वाले देशों में शामिल हो और विश्व में सबसे ज्यादा डेटा की खपत भी हो लेकिन देश में औसत डेटा स्पीड के मामले में इसकी रैंकिंग में भी सबसे तेज गिरावट देखी गई है।
दुनिया के 112 देशों के बीच कैलेंडर वर्ष 2024 की अप्रैल-जून की अवधि के दौरान इसकी रैंकिंग 12वें पायदान से लुढ़कर जुलाई-सितंबर तिमाही में 26वें पायदान पर आ गई। ओकला स्पीडटेस्ट से यह जानकारी मिली है।
ओकला के अनुसार देश में कुल औसत डाउनलोड स्पीड अप्रैल-जून की 107.03 एमबीपीएस के मुकाबले 15 प्रतिशत तक घटकर कैलेंडर वर्ष 2024 की जुलाई-सितंबर अवधि में 91.7 रह गई है जो अक्टूबर 2023 के बाद से सबसे कम है।
इस दौरान अपलोड स्पीड भी 9.21 एमबीपीएस के मुकाबले 11 प्रतिशत तक घटकर 8.17 एमबीपीएस रह गई जो सितंबर 2023 के बाद से सबसे कम है। हालांकि भारत अब भी डाउनलोड के वैश्विक औसत (56.76 एमबीपीएस) से ऊपर है लेकिन अपलोड के वैश्विक औसत (11.04 एमबीपीएस) में नीचे है।
जीएसएमए के मुख्य नियामक अधिकारी जॉन गिउस्टी ने अपने अनुमानों के आधार पर कहा कि भारत में औसत 5जी डाउनलोड स्पीड घट रही है। यह पिछले साल की 300 एमबीपीएस के मुकाबले वर्तमान में 243 एमबीपीएस रह गई। इसमें 19 प्रतिशत की गिरावट आई है।
गिउस्टी का कहना है कि अलबत्ता यह अब भी बेहतर है। लेकिन तथ्य यह है कि क्षमता में कमी की वजह से इसमें गिरावट आ रही है। इसलिए परिचालकों के लिए उपभोक्ता डेटा मांग की पूर्ति कायम रखने के लिए स्पेक्ट्रम की उपलब्धता महत्वपूर्ण है।
उन्होंने यह भी बताया कि दशक के अंत तक दुनिया भर में डेटा की खपत चौगुनी हो जाएगी लेकिन भारत में यह ज्यादा तेज होगी क्योंकि यह सालाना करीब 50 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है।
यहां तक कि विशेष रूप से 5जी स्टैंडअलोन नेटवर्क (रिलायंस जियो ने स्टैंडअलोन के साथ शुरुआत की, भारती अब इसका अनुसरण कर रही है), जो ज्यादा कुशलता और लैटेंसी प्रदान करती है, की भी ऐसी ही कहानी है।
ओकला के अनुसार 5जी स्टैंडअलोन नेटवर्क पर डाउनलोड स्पीड साल 2023 की दूसरी तिमाही के 436.3 एमबीपीएस के मुकाबले साल 2024 की दूसरी तिमाही में 32 प्रतिशत तक गिरकर 296.22 एमबीपीएस रह गई है।
विश्लेषकों का कहना है कि इसके लिए इस साल 5जी स्टैंडअलोन नेटवर्क के ग्राहकों के साथ-साथ कुल डेटा उपयोग में तेज वृद्धि को जिम्मेदार माना जा सकता है।
रिलायंस ने पूरे देश की कवरेज दिसंबर 2023 के अंत तक ही पूरा की है। जीएसएमए और कई विशेषज्ञों ने भारत में डेटा की भारी खपत के असर पर चिंता जताई है, जिसके लिए दूरसंचार कंपनियों को बड़ा निवेश करने तथा और ज्यादा स्पेक्ट्रम की आवश्यकता होगी।
5जी की डेटा स्पीड और वैश्विक रैंकिंग
अवधि *डेटा स्पीड वैश्विक रैंकिंग
जुलाई-सितंबर 2024 91.72 26
जून-अगस्त 2024 96.38 20
मई-जुलाई 2024 101.80 16
अप्रैल-जून 2024 107.03 12
जनवरी 2024 99.03 18
अक्टूबर 2023 75.86 28
स्रोत : ओकला स्पीडटेस्ट ग्लोबल इंडेक्स, *एमबीपीएस में
नोट : वर्तमान में ओकला तिमाही आंकड़े उपलब्ध करा रही है