facebookmetapixel
Midwest IPO GMP: ग्रे मार्केट में धुआं उड़ा रहा आईपीओ, डबल डिजिट लिस्टिंग के संकेत; 17 अक्टूबर तक कर सकते हैं अप्लाईAxis Bank Share: Q2 नतीजों के बाद 4% चढ़ा शेयर, जेफरीज ने बढ़ाया टारगेट प्राइस; कहा- ₹1430 तक जाएगा भावसोने में पैसा लगाने वालों का लगातार बढ़ रहा मुनाफा! WGC ने कहा – अब भी बाकी है बढ़तIPO Listing: रूबिकॉन रिसर्च ने निवेशकों की कराई चांदी, 28% प्रीमियम पर शेयर लिस्ट; कैनरा रोबेको ने दिया 5% लिस्टिंग गेनट्रंप का दावा- भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगा; सरकार ने कहा- भारतीय कंज्यूमर के हित सर्वोपरिGold-Silver के भाव नई ऊंचाई पर, विदेशी बाजार में भी टूटे सारे रिकॉर्डHDFC AMC Share: Q2 में मजबूत मुनाफे के बावजूद गिरा शेयर, ब्रोकरेज हाउस बोले – लगाए रखें पैसा, टारगेट प्राइस बढ़ायाअमेरिका में अदाणी केस पर ब्रेक, अमेरिकी शटडाउन के चलते SEC की कार्रवाई रुकी₹173 करोड़ का बड़ा घोटाला! सेबी ने IEX में इनसाइडर ट्रेडिंग का किया पर्दाफाशL&T, Tata Power समेत इन 3 स्टॉक्स में दिखा ब्रेकआउट, ब्रोकरेज ने बताए टारगेट और स्टॉप लॉस
अर्थव्यवस्था

मूडीज, केयर रेटिंग्स ने घटाए जीडीटीपी अनुमान

वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज ने आज वित्त वर्ष 2020-21 के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में संकुचन का अनुमान घटाकर 11.5 प्रतिशत कर दिया है, जबकि पहले 4 प्रतिशत गिरावट का अनुमान लगाया था। अप्रैल-जून के जीडीपी में गिरावट के आधिकारिक आंकड़े जारी होने के बाद मूडीज ने यह अनुमान जारी किए हैं, […]

अर्थव्यवस्था

क्रिसिल ने बढ़ाया गिरावट का अनुमान

क्रिसिल ने अब भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में ज्यादा संकुचन का अनुमान लगाया है। रेटिंग एजेंसी ने कोविड-19 के प्रसार को लेकर अनिश्चितता और सरकार द्वारा पर्याप्त राजकोषीय समर्थन न मुहैया कराए जाने की वजह से वित्त वर्ष 2020-21 में जीडीपी में 9 प्रतिशत संकुचन का अनुमान लगाया है। वित्त वर्ष 21 की […]

अर्थव्यवस्था

साल भर के जीडीपी अनुमान और घटाए

वैश्विक एवं घरेलू रेटिंग एजेंसियों ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि के अपने अनुमान कम कर दिए हंै। जून तिमाही में चालू वित्त वर्ष में देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में अनुमान से कहीं अधिक गिरावट आने के बाद रेटिंग एजेंसियों ने अपने अनुमान में संशोधन किए हैं। इसके साथ […]

लेख

विषाणु पर नियंत्रण जरूरी

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के अनुमान जारी कर दिए हैं। अप्रैल से जून तिमाही ही वह समय था जब केंद्र सरकार द्वारा कोरोनावायरस महामारी का प्रसार रोकने के लिए लगाया गया शुरुआती दौर का लॉकडाउन सर्वाधिक प्रभावी था। इस लॉकडाउन ने आर्थिक गतिविधियों को […]

अर्थव्यवस्था

जीडीपी में जबरदस्त गिरावट

देश की अर्थव्यवस्था में करीब चार दशक बाद पहली बार संकुचन देखा गया। अप्रैल-जून तिमाही में देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 23.9 फीसदी की भारी गिरावट आई है। 1980 के बाद संभवत: पहली बार जीडीपी में संकुचन आया है। कोविड के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन और आर्थिक गतिविधियों के […]

लेख

वृद्धि को जोखिम

भारतीय रिजर्व बैंक की मंगलवार को जारी सालाना रिपोर्ट में मौद्रिक नीति समिति के इस आकलन को दोहराया गया कि चालू वित्त वर्ष में देश के सकल घरेलू उत्पाद में गिरावट आएगी। लॉकडाउन में शिथिलता के बाद आर्थिक गतिविधियों में सुधार हो रहा है लेकिन वर्ष की पहली तिमाही में सरकारी खर्च में अहम बढ़ोतरी […]

अर्थव्यवस्था

जीडीपी में 16.5 प्रतिशत गिरावट संभव

भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के अर्थशास्त्रियों ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 16.5 प्रतिशत की गिरावट की आशंका जताई है। इससे पहले, मई में एसबीआई रिपोर्ट में चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी में 20 प्रतिशत से अधिक की गिरावट की आशंका जताई गई […]

अर्थव्यवस्था

9.5 प्रतिशत सिकुड़ेगी अर्थव्यवस्था : इक्रा

क्रेडिट रेटिंग एजेंसी इक्रा ने आज अनुमान जारी किया है कि भारत की अर्थव्यवस्था वित्त वर्ष 2020-21 में 9.5 प्रतिशत संकुचित होगी, जबकि पहले 5 प्रतिशत संकुचन का अनुमान लगाया था। एजेंसी ने कोविड-19 से संक्रमण के मामलों में तेज बढ़ोतरी के कारण कुछ राज्यों में स्थानीय स्तर पर लॉकडाउन करने, मई-जून 2020 में रिकवरी […]

लेख

भारत में एफडीआई प्रवाह के रुझान पर एक नजर

लगातार तीन वर्षों (2016-17 से लेकर 2018-19) तक भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के प्रवाह में एक अंक की वृद्धि दर्ज की गई। यह एक आश्चर्य था। नरेंद्र मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के शुरुआती वर्षों में इसके मंत्री देश के भीतर एफडीआई प्रवाह में आई तेजी के लिए अक्सर अपनी उपलब्धियों का जिक्र […]

अर्थव्यवस्था

नई परियोजनाएं थमीं

मार्च के आखिर में की गई देशबंदी की घोषणा की वजह से नई परियोजनाओं में कमी आई है और चल रही परियोजनाओं में काम थम गया है। ऐसे में यह साल अर्थव्यवस्था के लिए दशकों में सबसे खराब रहने का अनुमान लगाया जा रहा है। सेंटर फार मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) के आंकड़ों के मुताबिक […]