स्वच्छ ऊर्जा में करार करेगी श्नाइडर
फ्रांस की ऊर्जा एवं स्वचालन क्षेत्र की बहुराष्ट्रीय कंपनी श्नाइडर इलेक्ट्रिक अपने परिचालन को कार्बनमुक्त करने और स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों को अपनाने के लिए भारतीय कंपनियों के साथ करार करने की संभावनाएं तलाश रही है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी। कंपनी भारत को अमेरिका और चीन के बाद अपना तीसरा सबसे […]
देश से बहुराष्ट्रीय कंपनी की निकासी की सबसे बड़ी घटना
होल्सिम समूह द्वारा अंबुजा सीमेंट और एसीसी की बिक्री की चर्चाएं जोरों पर है। यदि इन दोनों सीमेंट कंपनियों का अधिग्रहण भारतीय निवेशकों द्वारा किया जाता है तो देश से विदेशी पूंजी बाहर जाने की किसी एकल घटना के तौर पर यह सबसे बड़ी घटना होगी। इस सौदे का मूल्य करीब 10.35 अरब डॉलर है […]
कंपनियों का रॉयल्टी भुगतान उभरते बाजारों के अनुरूप
वैश्विक बहुराष्ट्रीय कंपनियों (एमएनसी) के ब्रांड एवं प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल के एवज में उनकी भारतीय सहायक इकाइयों द्वारा रॉयल्टी का भुगतान उभरते बाजारों की अन्य समकक्ष कंपनियों के अनुरूप है। भुगतान संतुलन के आंकड़ों पर गौर करने से इसका पता चलता है। हालांकि वह बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा यूरोप एवं उत्तरी अमेरिका जैसे अधिक आय वाले […]
कोविड महामारी से आर्थिक गतिविधियों पर हुए गंभीर असर के बीच कई विशिष्ट कर समझौतों में बदलाव हो सकते हैं। ये वैसे कर समझौते हैं, जो बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने भारतीय कर प्राधिकरणों के साथ किए हैं। ये कंपनियां अग्रिम मूल्य समझौते (एपीए) में संशोधन से जुड़े विषयों पर अधिक स्पष्टीकरण के लिए संबंधित प्रत्यक्ष कर […]
भारत में बनने वाली वस्तुएं और बतौर ब्रांड उनका मोल
सन 1980 के दशक के उत्तराद्र्ध में राजीव गांधी के शुरुआती उदारीकरण के दौरान जब भारतीय वाणिज्यिक वाहन निर्माताओं और जापान की कंपनियों के बीच समझौते हुए तो इस रुझान को कलकत्ता (कोलकाता) के जीर्णशीर्ण कुटीर उद्योग ने भी पूरे मन से अपनाया। अचानक ही बड़ा बाजार के आसपास के फुटपाथ पर लगने वाली दुकानें […]