पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंति समारोह के दौरान अपने संबोधन में बादल ने कहा, भारी कर्ज के कारण उनका :किसान: मनोबल टूट गया है जो करीब 35 हजार करोड़ रूपये का है।
इस समारोह की अध्यक्षता प्रधानमंत्री मनमोहन ने की।
बादल ने कहा कि कृषि अब अच्छी आमदनी वाला पेशा नहीं रह गया है क्योंकि इसके विकास की रफ्तार धीमी हो गई है। किसानों की किस्मत अब केंद्र सरकार के हाथ में रह गई क्योंकि बिजली की दर, उर्वरक, कीटनाशक, डीजल की कीमत करने का अधिकार उसके पास है।
उन्होंने कहा कि किसानों का मनोबल गिरा हुआ है क्योंकि उन्हें केंद्र की ओर से कोई प्रोत्साहन नहीं मिल रहा है।