पोर्टफोलियो में हरा रंग भरा ये Paint Stock! मोतीलाल ओसवाल ने कहा – डिमांड में रिकवरी से मिलेगा फायदा, खरीदेंYear Ender: क्या 2026 में महंगाई की परिभाषा बदलेगी? नई CPI सीरीज, नए टारगेट व RBI की अगली रणनीतिGold–Silver Outlook 2026: सोना ₹1.60 लाख और चांदी ₹2.75 लाख तक जाएगीMotilal Oswal 2026 stock picks: नए साल में कमाई का मौका! मोतीलाल ओसवाल ने बताए 10 शेयर, 46% तक रिटर्न का मौकाYear Ender: 2025 में चुनौतियों के बीच चमका शेयर बाजार, निवेशकों की संपत्ति ₹30.20 लाख करोड़ बढ़ीYear Ender: 2025 में RBI ने अर्थव्यवस्था को दिया बूस्ट — चार बार रेट कट, बैंकों को राहत, ग्रोथ को सपोर्टPAN-Aadhaar लिंक करने की कल है आखिरी तारीख, चूकने पर भरना होगा जुर्माना2026 में मिड-सेगमेंट बनेगा हाउसिंग मार्केट की रीढ़, प्रीमियम सेगमेंट में स्थिरता के संकेतYear Ender 2025: IPO बाजार में सुपरहिट रहे ये 5 इश्यू, निवेशकों को मिला 75% तक लिस्टिंग गेनIDFC FIRST ने HNIs के लिए लॉन्च किया इनवाइट-ओनली प्रीमियम कार्ड ‘Gaj’; जानें क्या है खासियत
अन्य समाचार कोकराझार और चिरांग के राहत शिविरों में 1540 लोगों ने ली शरण
'

कोकराझार और चिरांग के राहत शिविरों में 1540 लोगों ने ली शरण

PTI

- September,02 2012 7:33 PM IST

असम के कोकराझार, चिरांग, बोंगईगांव, धुबरी और बारपेटा जिलों में दो लाख 42 हजार लोग 218 राहत शिविरों में रह रहे हैं और 1540 नये लोगों ने हिंसा प्रभावित कोकराझार और चिरांग जिलों में शनिवार तक राहत शिविरों में शरण ली है ।

आधिकारिक सूत्रों ने आज बताया कि धुबरी मैं शनिवार से कोई भी राहत शिविर से न तो गया है और न ही आया है ।

उन्होंने बताया कि 1390 बोडो लोगों ने कोकरझार जिले मेें सालकती और डिब्रूगांव शिविरों में जबकि 150 मुस्लिम लोगों ने हमले के डर से बासुगांव :चिरांग: में राहत शिविर में शरण ली है ।

ऑल असम माइनोर्टी स्टूडेंट यूनियन द्वारा 28 अगस्त को बुलाये गये बंद के दौरान हुई हिंसा के बाद बारपेटा मंें तीन नया राहत शिविर खोला गया है जहां 831 लोग रह रहे हैं ।

कोकराझार में करीब 55665 लोग 50 शिविरों में रह रहे हैं जबकि 31818 लोग चिरांग के 24 शिविरों में रहे हैं ।

संबंधित पोस्ट