भारत में AI क्रांति! Reliance-Meta ₹855 करोड़ के साथ बनाएंगे नई टेक कंपनीअमेरिका ने रोका Rosneft और Lukoil, लेकिन भारत को रूस का तेल मिलना जारी!IFSCA ने फंड प्रबंधकों को गिफ्ट सिटी से यूनिट जारी करने की अनुमति देने का रखा प्रस्तावUS टैरिफ के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत, IMF का पूर्वानुमान 6.6%बैंकिंग सिस्टम में नकदी की तंगी, आरबीआई ने भरी 30,750 करोड़ की कमी1 नवंबर से जीएसटी पंजीकरण होगा आसान, तीन दिन में मिलेगी मंजूरीICAI जल्द जारी करेगा नेटवर्किंग दिशानिर्देश, एमडीपी पहल में नेतृत्व का वादाJio Platforms का मूल्यांकन 148 अरब डॉलर तक, शेयर बाजार में होगी सूचीबद्धताIKEA India पुणे में फैलाएगी पंख, 38 लाख रुपये मासिक किराये पर स्टोरनॉर्टन ब्रांड में दिख रही अपार संभावनाएं: टीवीएस के नए MD सुदर्शन वेणु
अन्य समाचार मुखर्जी के बाद कौन है सरकार में नंबर दो ?
'

मुखर्जी के बाद कौन है सरकार में नंबर दो ?

PTI

- July,16 2012 5:53 AM IST

केंद्रीय मंत्रिपरिषद से प्रणव मुखर्जी के इस्तीफे के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय की आधिकारिक वेबसाइट में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बाद दूसरे स्थान पर शरद पवार का नाम होने से आज इस तरह की अटकलें शुरू हो गयीं कि क्या पवार सरकार में दूसरे नंबर पर हैं।

सूची में राकांपा नेता तथा कृषि मंत्री पवार का नाम कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ए के एंटनी, पी चिदंबरम और एस एम कृष्णा से भी उपर देखा गया। उक्त सभी कांग्रेसी नेता सुरक्षा पर कैबिनेट समिति के सदस्य हैं।

अटकलें हैं कि क्या पवार सरकार में दूसरे नंबर पर हैं जिनका नाम अब तक संप्रग सरकार के दूसरे नंबर के नेता माने जाने वाले प्रणव मुखर्जी की जगह आया है।

मुखर्जी हमेशा सरकार में नंबर दो माने गये और प्रधानमंत्री के आधिकारिक विदेश दौरों के समय वह दिल्ली में ही रहते थे।

इस बारे में जब प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्रों से बात की गयी तो उन्होंने इस धारणा को ज्यादा तवज्जो नहीं देते हुए कहा कि यह महज वेबसाइट संभालने वाले लोगों की ओर से सामान्य तौर पर किया गया है। इसमें किसी तरह का राजनीतिक दृष्टिकोण नहीं है।

हालांकि शाम तक वेबसाइट से कैबिनेट मंत्रियों की पूरी सूची नदारद दिखी और केवल राज्य मंत्रियों :स्वतंत्र प्रभार: तथा राज्य मंत्रियों की सूची वहां देखने को मिली।

कांग्रेस ने इस बारे में कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

गौरतलब है कि मुखर्जी के सरकार से हटने के बाद कांग्रेस को लोकसभा में सदन के नेता का नाम भी तय करना है, जिस पर पहले खुद पूर्व वित्त मंत्री मुखर्जी काबिज थे।

संबंधित पोस्ट