भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने इसके साथ ही कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को इस तरह का समझौता करने से पहले संसद को भरोसे में लेना का विचार नहीं आया।
यहां एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह हाल ही में चीन गए थे, जहां उन्होंने सीमा रक्षा सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किये, जिसमें कई विवादस्पद बिंदु हैं। एक बिंदु जो मुझे समझाया गया, वह यह है कि दोनों में से किसी भी देश की सेना अनजाने में अगर दूसरे देश की सीमा क्षेत्र में प्रवेश कर जाती है, तो उनका पीछा नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा, उन्होंने :संप्रग: संसद को भरोसे में नहीं लिया। संसद सत्र पांच दिसंबर से शुरू हो रहा है। हम सदन में यह प्रश्न उठाएंगे...चीन के साथ हुआ समझौता सदन के पटल पर रखा जाना चाहिए।
इसके साथ भाजपा नेता ने कहा कि जम्मू कश्मीर एवं अरणाचल प्रदेश के लोगों को चीन द्वारा नत्थी वीजा जारी किए जाने के जवाब में भारत को भी तिब्बितयों को नत्थी वीजा जारी करना चाहिए।