मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के चुनाव को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई में 500 वर्ग फुट तक के घरों में रहने वाले लोगों का प्रॉपर्टी टैक्स (संपत्ति कर) माफ करने का निर्णय लिया। मुंबईकरों को नए साल की सौगत देते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमने मेहनती मुंबईकरों को कर्ज से बाहर निकलने की कोशिश की है। सरकार के इस फैसले से बीएमसी की तिजोरी पर 340 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा। बीएमसी के आंकड़ों के अनुसार, मुंबई में 28 लाख घरों में से करीब 16 लाख घर 500 वर्ग फुट या उससे कम क्षेत्रफल के हैं। इन सभी को प्रॉपर्टी टैक्स माफी का फायदा होगा। राज्य में सभी लोगों को नव वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि सुविधाओं को मुहैया कराते हुए हमें मुंबईवासियों को आराम भी देना हैं। मुंबईकर सिर्फ करदाता नहीं हैं। दोनों हाथों से सभी को पैसा देनेवाला यह मुंबईकर राज्य के विकास कार्यों में अमूल्य योगदान देता है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि मेहनतकशों के पसीने से मुंबई को बनाया गया है। 500 वर्ग फुट तक के मकानों पर प्रॉपर्टी टैक्स माफ करने के अहम वादे को पूरा कर रहे हैं। नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि यह मुंबईवासियों के लिए एक महत्वाकांक्षी और क्रांतिकारी निर्णय है साथ ही नए साल का यह एक बड़ा तोहफा है। मुंबई उपनगर के पालक मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा कि वह इस बेहद महत्वपूर्ण निर्णय के लिए मुख्यमंत्री और नगर विकास मंत्री के साथ-साथ मुम्बई मनपा आयुक्त और नगर विकास विभाग के अधिकारी को धन्यवाद दिया हैं। यह निश्चित रूप से एक क्रांतिकारी फैसला है और इससे लाखों मुंबईवासियों को लाभ होगा। मुंबई के पालक मंत्री असलम शेख ने भी इस फैसले के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया है। मुंबईकरों के लिए 500 वर्ग फुट तक की प्रॉपर्टी टैक्स से माफ करने से आम आदमी को राहत मिलेगी और 16 लाख परिवारों को फायदा होगा। कोरोना संकट के बावजूद बीएमसी की तिजोरी भर रही है। बीएमसी आयुक्त आईएस चहल के मुताबिक बीएमसी ने दिसंबर, 2021 तक मुंबईकरों से प्रॉपर्टी टैक्स के रूप में 3400 करोड़ रुपये वसूले हैं, जो उसके लक्ष्य से चार गुणा से भी अधिक है। क्योंकि, इस दौरान बीएमसी का टार्गेट 810 करोड़ रुपये प्रॉपर्टी टैक्स वसूलने का था। चहल ने कहा कि मुंबई में चार लाख अधिक घरों से 5135 करोड़ रुपये प्रॉपर्टी टैक्स के रूप में वसूलने की योजना है। वर्ष 2020-21 के वित्तीय वर्ष में 5500 करोड़ रुपये प्रॉपर्टी टैक्स के रूप में वसूलने का लक्ष्य था, लेकिन कोरोना संकट के कारण उसे घटा कर 4500 करोड़ कर दिया गया था। चहल ने कहा कि बीएमसी ने इस दौरान इमारतों के निर्माण कार्य की मंजूरी के प्रीमियम से 11 हजार करोड़ रुपये वसूल किए हैं। 31 मार्च तक बीएमसी ने कुल 12 हजार करोड़ रुपये वसूलने के लक्ष्य रखा है। सामान्य वर्षों में बीएमसी को बिल्डरों से प्रीमियम के रूप में 4 हजार करोड़ रुपये की आय होती थी। बता दें कि इस वर्ष बीएमसी ने कोरोना संकट के कारण प्रीमियम में 50 फीसदी की छूट दी थी। इसके बावजूद बीएमसी की आय में वृद्धि हुई है।
