नए साल के लिए ब्रोकरों के पसंदीदा दांव | राम प्रसाद साहू / मुंबई January 02, 2022 | | | | |
टीकाकरण अभियान में तेजी, कोविड के कम मामलों (दूसरी लहर को छोड़कर), और आर्थिक गतिविधि में सुधार से कैलेंडर वर्ष 2021 के लिए प्रमुख सूचकांकों में 22-24 प्रतिशत की तेजी को बढ़ावा मिला है। चार वर्षों में सबसे बढ़ी तेजी न सिर्फ ब्लू-चिप के लिए सीमित रही बल्कि यह काफी हद तक व्यापक थी और स्मॉलकैप तथा मिडकैप सूचकांकों में उनके बड़े प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन दर्ज किया गया।
वर्ष के पहले चार महीनों के सपाट प्रदर्शन और करीब फरवरी मार्च की गिरावट तथा अक्टूबर के ऊंचे स्तरों को छोड़कर बाजार में एकतरफ तेजी का रुझान दर्ज किया गया है। हालांकि बाजार पिछले कुछ सत्रों के दौरान कुछ हद तक सुधार दर्ज करने में सफल रहे हैं, लेकिन ब्रोकरों का कहना है कि भविष्य में उन्हें कई तरह की विपरीत स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है।
मोतीलाल ओसवाल एएमसी के शोध प्रमुख संतोष कुमार सिंह का कहना है, 'तेज मुद्रास्फीति और फेडरल द्वारा सख्त तरलता को लेकर अपना रुख स्पष्ट करने से बाजार पिछले कुछ महीनों के दौरान अस्थिरता के शिकार हुए हैं, जिससे विदेशी संस्थागत निवेशक दैनिक आधार पर शुद्घ बिकवा रहे हैं। इसलिए कैलेंडर वर्ष 2022 सख्त तरलता और बढ़ती ब्याज दरों की आशंका तथा कोविड को लेकर अनिश्चितता के साथ शुरू हुआ है।'
इन आशंकाओं के अलावा, बाजार ऊंचे मूल्यांकन को लेकर भी चिंतित है। अक्टूबर के ऊंचे स्तरों से गिरावट का मतलब यह भी है कि बेंचमार्क पहले के मुकाबले अब कुछ कम महंगे हैं और वे दीर्घावधि औसत के मुकाबले अच्छी बढ़त पर कारोबार कर रहे हैं।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी धीरज रेल्ली का कहना है, 'वैश्विक और भारत में, बाजार पूंजीकरण-जीडीपी अनुपात बड़े तरलता प्रवाह, कम ब्याज दरों, हालात जल्द सामान्य होने की संभावना, और अन्य परिसंपत्ति वर्गों से कम प्रतिफल की वजह से सर्वाधिक ऊंचे स्तरों पर पहुंच गया।' यदि तेजी के लिए इनमें से कुछ कारणों में बदलाव आता है- चाहे यह तरलता, ब्याज दर और नए कोविड वरिएंट का प्रभाव हो, तो तीन लगातार वर्षों तक की दो अंक की तेजी के बाद अब उम्मीदों को कम करने की जरूरत हो सकती है। वर्ष 2022 में बड़ी तेजी की संभावना नहीं दिखने और कई समस्याओं की वजह से ब्रोकरेज कंपनियों का मानना है कि निवेशकों को चयन और अच्छी गुणवत्ता वाली कंपनियों पर ध्यान देना चाहिए।
ऐक्सिस सिक्योरिटीज के विश्लेषकों का कहना है, 'मौजूदा मूल्यांकन ने आगामी वृद्घि और कॉरपोरेट आय में तेजी का सीमित दायरा पेश किया है। इसलिए ढांचागत संबंधित शेयर अगले एक साल में संतोषजनक प्रतिफल के लिहाज से प्रमुख होंगे।' जहां भारती एयरटेल कई ब्रोकरों के लिए मुख्य पसंदीदा है, वहीं आईटी, फार्मा/हेल्थकेयर, और कंज्यूमर/रिटेल सेगमेंटों के लिए मुख्य पसंदीदा शेयरों का कैलेंडर वर्ष 2022 की सूची में यहां जिक्र किया गया है। यहां कुछ प्रमुख नाम शामिल किए गए हैं:
अशोक लीलैंड
दूसरी सबसे बड़ी वाणिज्यिक वाहन निर्माता अर्थव्यवस्था, इन्फ्रा खर्च, और अन्य मांग में सुधार की मुख्य लाभार्थी हो सकती है। मुख्य माध्यम तथा भारी वाणिज्यिक वाहन व्यवसाय के अलावा, कंपनी को निर्यात, रक्षा क्षेत्र, कलपुर्जा, और हल्के वाणिज्यिक वाहनों में तेजी का भी लाभ मिल सकता है।
भारती एयरटेल
भारत और अफ्रीका में परिचालन दबदबे वाली देश की दूसरी सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी भविष्य में कई सकारात्मक बदलाव दर्ज करने जा रही है। जहां सबसे बड़ा सकारात्मक बदलाव 20 प्रतिशत की ताजा दर वृद्घि है, वहीं मजबूत नेटवक्र से मुनाफा वृद्घि को मदद मिल सकती है। मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज को वित्त वर्ष 2021-24 के दौरान परिचालन लाभ में सालाना 24 प्रतिशत की सालाना वृद्घि की उम्मीद है जिसके साथ साथ मुख्य बाजारों में मजबूत आय वृद्घि से भी शेयर की रेटिंग में बदलाव को बढ़ावा मिल सकता है।
गेल (इंडिया)
देश की प्रख्यात गैस पारेषण एवं वितरण कंपनी को तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) सेगमेंट में मजबूत परिदृश्य का लाभ मिलने की संभावना है। एलारा कैपिटल के विश्लेषकों का मानना है कि एलएनजी आपूर्ति कैलेंडर वर्ष 2024 तक सख्त बनी रहेगी, और गेल अमेरिकी एलएनजी से ऊंचे मार्जिन के इस परिवेश में अच्छी स्थिति में है और अमेरिका, रूस तथा आस्ट्रेलिया एलएनजी के लिए दीर्घावधि अनुबंधों के लिए बढ़ती मांग से भी गैस विपणन खंड को मदद मिलेगी।
एसबीआई
ऊंचे स्तर के ऑफरों से गिरावट ने निवेशकों को भारत के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक में खरीदारी का अवसर दिया है। शेयरखान के विश्लेषकों का मानना है कि मजबूत रिटेल फ्रैं चाइजी और परिसंपत्ति गुणवत्ता में सुधार के साथ बैंक मजबूत अग्रिमों और शुद्घ मुनाफा वृद्घि के साथ अपने प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले बेहतर स्थिति में है। बीमा, परिसंपत्ति प्रबंधन, और क्रेडिट कार्ड सहायक इकाइयों के मजबूत प्रदर्शन से उसके मूल्यांकन को मदद मिलेगी।
टेक महिंद्रा
बड़े नए सौदे हासिल होने, अपने सभी चार प्रमुख वर्टिकलों में दो अंक की वृद्घि, और मार्जिन की राह में सुधार इस शेयर के लिए सकारात्मक हैं। आईसीआईसीआई डायरेक्ट रिसर्च का कहना है कि कंपनी बड़े सौदों अपना ध्यान केंद्रित कर दायरा बढ़ाने पर जोर दे रही है और उसने पिछले 12 महीनों के दौरान 3 अरब डॉलर के नए सौदे हासिल किए हैं। 5जी और डिजिटल संबंधित बदलाव से जुड़ी सेवाएं वृद्घि का मुख्य कारक होने की संभावना है।
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