सोमवार को एक भारतीय अदालत ने रेनो-निसान के तमिलनाडु कार संयंत्र में कोरोनावायरस संबंधित सुरक्षा मानकों की जांच का आदेश दिया। इस संयंत्र में श्रमिक इन आरोपों को लेकर हड़ताल पर हैं कि वहां सोशल डिस्टेंसिंग नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। रेनो और भागीदार निसान मोटर के संयुक्त स्वामित्व वाले इस दक्षिण भारतीय संयंत्र में श्रमिक कोविड-संबंधित सुरक्षा चिंताओं की वजह से सोमवार को काम पर नहीं आए। वहां 26 मई से ही उत्पादन प्रभावित है। इस संयंत्र में बड़ी हिस्सेदारी वाली निसान ने अदालत में आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि संयंत्र सभी दिशा-निर्देशों पर अमल कर रहा है। तमिलनाडु प्रतिदिन 30,000 से ज्यादा नए कोविड मामलों के साथ ज्यादा प्रभावित राज्यों में से एक है। श्रमिक यूनियनों का कहना है कि चेन्नई के नजदीक सैकड़ों श्रमिक कोविड-19 की चपेट में आए हैं और दर्जनों की मौत हो चुकी है। श्रमिकों द्वारा काम बंद किए जाने के बाद पिछले सप्ताह रेनो-निसान, फोर्ड और हुंडई ने अपने संयंत्रों में परिचालन रोक दिया। रेनो-निसान के श्रमिकों ने सोमवार को भी काम पर लौटने से इनकार कर दिया।
