बीएसई करेगा स्टैंडर्ड गोल्ड और चांदी की डिलिवरी | |
दिलीप कुमार झा / मुंबई 06 12, 2020 | | | | |
बंबई स्टॉक एक्सचेंज ने अपने प्लेटफॉर्म पर होने वाली कीमती धातुओं के वायदा व विकल्प अनुबंधों की ट्रेडिंग के लिए स्टैंडर्ड गोल्ड और चांदी की डिलिवरी की शुरुआत की है, जो अपनी तरह का पहला मौका है। इस कदम से भारत कीमत तय करने वाला बन सकता है।
कीमती धातुओं के वायदा व विकल्प अनुबंधों की पेशकश करने वाले सभी एक्सचेंज अभी लंदन बुलियन मार्केट्स एसोसिएशन से मंजूर सोना व चांदी की डिलिवरी की पेशकश अपने प्लेटफॉर्म पर करते हैं। सिर्फ एक भारतीय रिफाइनरी लंदन बुलियन मार्केट्स एसोसिएशन से मंजूरी वाले सोने की आपूर्ति का पात्र है। भारत में अन्य एक्सचेंजों पर डिलिवरी होने वाला सोना आयातित होता है। ऐसे में सबसे बड़ा उपभोक्ता होने के बावजूद भारत इसकी कीमत तय नहीं कर पाता। भारत में सोने व चांदी की सालाना खपत क्रमश: 800-1,000 टन और 6,500-7,000 टन है।
जब भारतीय स्टैंडर्ड गोल्ड व चांदी की डिलिवरी बाजार के प्रतिभागी स्वीकार कर लेंगे तब भारत इनकी कीमत तय करने वाला बन जाएगा। इससे भारतीय बुलियन रिफाइनरी की तरफ से रिफाइन किया गया सोना क्वालिफाई कर जाएगा।
बीएसई के चीफ बिजनेस ऑफिसर समीर पाटिल ने कहा, इस कदम के जरिए बीएसई भारतीय बुलियन बाजार के विकास को लेकर अपनी प्रतिबद्धता व प्राथमिकता को रेखांकित कर रहा है। खुद के डिलिवरी मानकों की पुष्टि करते हुए भारत सोने-चांदी के कारोबार में कीमत तय करने वाले के तौर पर उभर सकता है। पहले भी कई अन्य संगठन इंडिया स्टैंडर्ड गोल्ड व चांदी की डिलिवरी की पेशकश की कोशिश कर चुके हैं। लेकिन ट्रेडरों को इस व्यवस्था में भरोसे की कमी महसूस हुई थी। इस खाई को पाटने के लिए हालांकि बीएसई ने भारतीय रिफाइनरों से अंडरटेकिंग लिया है जो या तो देश के पुराने सोने का या विदेश से आयातित गैर-रिफाइंड सोने का प्रसंस्करण करते हैं।
पाटिल ने कहा, हमें भरोसा है कि भारत के अच्छे डिलिवरी मानकों को अपनाते हुए हम भरोसा बहाल कर पाएंगे और खरीदारों को शुद्धता की बाबत आश्वस्त कर पाएंगे। हम मौजूदा समय में एक्सपायर होने वाले स्टैंडर्ड गोल्ड व चांदी के लिए भी डिलिवरी शुरू कर सकते हैं, जो लंदन बुलियन मार्केट्स एसोसिएशन से मंजूर सोना होगा और इस पर प्रीमियम या छूट की कोई बात नहीं होगी।
इस बीच, भारतीय मानक डिलिवरी के लिए भारतीय मानक ब्यूरो ने इस साल जनवरी में सोने व चांदी की शुद्धता के मानकों को अधिसूचित कर दिया था।
भारतीय मानक ब्यूरो की तरफ से पारिभाषित मानकों को आगे बढ़ाते हुए बीएसई का इरादा बुलियन फाइनैंशियल व हाजिर बाजारों के बीच लिंकेज बनाना है। इसके तहत हमारा मकसद आयात पर निर्भरता घटाने और एक्सचेंज ट्रेडेड मार्केट व हाजिर बाजारों और उपभोक्ता बाजारों में गुणवत्ता को लेकर विषमता घटाना है।
इसके अलावा बीएसई अपने प्लेटफॉर्म पर इस महीने बादाम का वायदा कारोबार शुरू करने जा रहा है।
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