क्वाडरीसाइकिल तिपहिया वाहनों की तुलना में अधिक सुरक्षित हैं क्योंकि इनकी छत व दरवाजों का ढांचा अधिक मजबूत होता है। लेकिन इनकी अधिकतम गति सीमा तथा इंजिन क्षमता छोटी कार की तुलना में कम होगी।
सड़क सचिव विजय छिब्बर की अध्यक्षता में आज बैठक हुई जिसमें केंद्रीय मोटर वाहन नियमों में संशोधन पर विचार किया गया ताकि भारत में विनिर्मित व पंजीकृत होने वाले वाहनों में क्वाडरीसाइकिल की अलग श्रेणी बनाई जा सके।
सड़क परिवहन मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि एक अलग श्रेणी अधिसूचित करने का प्रस्ताव किया गया है।
सरकार के इस फैसले को वाहन कंपनी बजाज आटो के लिए अच्छा संकेत माना जा रहा है क्योंकि उसने पिछले साल क्वाडरीसाइकिल आरई60 पेश की थी। इसमें 200 सीसी पेट्रोल इंजिन लगा है और इसकी गति सीमा 70 किलोमीटर है।
इस तरह के वाहनों पर अंग्रेजी का क्यू मुख्य रूप से अंकित होगा। इन वाहनों का पंजीकरण शहरों में परिचालन के लिए वाणिज्यिक वाहन श्रेणी में होगा। केवल लाइसेंसधारक ही इन्हें चला सकेगा।
मंत्रालय के बयान में उम्मीद जताई गई है कि इस वाहन में शहरी क्षेत्रों में तिपहिया आटो की जगह लेने की उम्मीद है।
भाषा