भारत के इलेक्ट्रिक-कार बाजार में पहली बार कदम रखने वाले टाटा नेक्सन ईवी में कल शाम मुंबई के एक उपनगरीय इलाके में आग लग गई। हालांकि इससे पहले इलेक्ट्रिक-दोपहिया वाहनों के ब्रांडों से जुड़ी कई आग दुर्घटनाएं हुई हैं लेकिन यह पहली बार है जब एक ई-कार आग की लपटों में पूरी तरह जल गई। टाटा मोटर्स ने कहा कि वह घटना की जांच कर रही है और वह सुरक्षा के सभी पहलुओं को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
कंपनी के एक प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि आग लगने की अलग-अलग घटना के पीछे के कारणों का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच की जा रही है जिन घटनाओं का जिक्र सोशल मीडिया पर किया जा रहा है।
कंपनी ने बयान में कहा कि टाटा मोटर्स ने जनवरी 2020 में मॉडल की बिक्री की शुरुआत के बाद से ई-नेक्सन की 30,000 गाड़ियां बेची हैं और इन गाड़ियों ने कुल 10 करोड़ किलोमीटर की दूरी तय की हैं।
हालांकि वैश्विक स्तर पर भी इस तरह की घटनाएं अनसुनी नहीं हैं।
वैश्विक स्तर पर सबसे बड़े पैमाने पर ई-कार की बिक्री करने वाली कंपनी ने भी यह पाया है कि वर्ष 2012-21 से लगभग 21 किलोमीटर की यात्रा करने वाली गाड़ियों में से एक वाहन में आग लग गई है। वर्ष 2013 से 2022 की पहली तिमाही तक टेस्ला और क्लीनटेक्निका से मिले आंकड़ों के अनुसार, टेस्ला ने 29 लाख से अधिक ई-कारों की बिक्री की है। तुलनात्मक रूप से देखा जाए तो नैशनल फायर प्रोटेक्शन एसोसिएशन (एनएफपीए) और अमेरिका के परिवहन विभाग के आंकड़ों से पता चलता है कि अमेरिका में हर 1.9 करोड़ मील की यात्रा के बाद एक वाहन में आग लग जाती है।
वर्ष 2022 की पहली तिमाही में चीन में कुछ 640 इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लग गई जो 32 प्रतिशत की सालाना वृद्धि को दर्शाता है जो रोजाना औसतन 7 इलेक्ट्रिक कारों में आग लगने के बराबर का आंकड़ा है। ये आंकड़े कारन्यूजचाइना डॉट कॉम के इस साल 3 अप्रैल को आपातकालीन प्रबंधन मंत्रालय के चीनी अग्निशमन और बचाव विभाग द्वारा जारी आंकड़ों पर आधारित हैं।
चाहे वह वैश्विक बाजार की प्रमुख कंपनी टेस्ला मोटर्स, बीवाईडी या चीन में पुरानी वाहन निर्माता कंपनी हों आग की घटनाओं ने दुनिया के सबसे बड़े इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में सभी को डरा दिया है। बताया जाता है कि दो महीने पहले खरीदी गई ई-नेक्सन कार के मालिक को कोई नुकसान नहीं हुआ लेकिन धुआं निकलता देख वह कंपनी के कॉल सेंटर पहुंचे। कॉल सेंटर ने उन्हें तुरंत कार छोड़ने की सलाह दी। कुछ ही मिनटों के बाद यह आग की लपटों में फट गई।
टाटा मोटर्स ने आग लगने के कारणों का पता लगाने के लिए घटना की जांच शुरू कर दी है।
प्रवक्ता ने कहा, ‘हम अपनी पूरी जांच के बाद एक विस्तृत प्रतिक्रिया साझा करेंगे। हम अपने वाहनों और उनके उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। 30,000 से अधिक इलेक्ट्रिक वाहनों ने लगभग चार वर्षों में देश भर में कुल 10 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय की है लेकिन यह पहली घटना है।’
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब टाटा मोटर्स की ईवी इकाई, टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी ने अपने ईवी पोर्टफोलियो के निर्माण के लिए एक आक्रामक योजना तैयार की है और सरकार के इलेक्ट्रिक वाहन पर जोर दिए जाने की योजना का लाभ उठाने की कोशिश कर रही है।
