फरवरी के खुशगवार नतीजों के बाद मार्च का महीना कार निर्माता कंपनियों के लिए मिला जुला रहा। लेकिन सबको मुस्कराने का मौका नहीं मिला।
देश की सबसे बड़ी कार निर्यातक कंपनी हुंडई मोटर इंडिया की बिक्री में मार्च के दौरान कमी देखी गई। कंपनी की घरेलू बिक्री में मार्च 2008 के मुकाबले 15.8 फीसदी की कमी आई है।
हालांकि उसका निर्यात 21.6 फीसदी बढ़ गया। मार्च में हुंडई की कुल 46,160 कारें बिकीं, जबकि पिछले साल समान अवधि में कंपनी ने कुल 47,001 कारें बेची थीं।
अलबत्ता मारुति सुजूकी इंडिया के लिए मार्च राहत भरा रहा। कंपनी की घरेलू बिक्री में पिछले साल के मुकाबले 15 फीसदी का इजाफा हुआ। कंपनी ने 70,625 कारें बेचीं, जबकि मार्च 2008 में वह कुल मिलाकर 64,000 कारें ही बेच पाई थी।
लक्जरी सेडान बनाने वाली कंपनी होंडा सिएल कार्स इंडिया ने फरवरी 2009 के मुकाबले पिछले महीने 32 फीसदी ज्यादा कार बेचीं। उसने इस महीने में कुल 7,368 कारों की बिक्री की।
एमयूवी जाइलो की वजह से महिंद्रा ऐंड महिंद्रा की बिक्री में भी मार्च के दौरान 30 फीसदी का इजाफा हुआ। लेकिन रेनो के साथ साझे उपक्रम में बन रही लोगन की बिक्री इस दौरान 69 फीसदी कम हो गई।