ईंधन की कीमतों में आए उबाल और बढ़ती ब्याज दरों की वजह से टाटा मोटर्स की वृध्दि दर घाटे का इशारा कर रही है।
वित्त वर्ष 2008 की पहली तिमाही में कंपनी के बही खातों में वृध्दि दर में 5 प्रतिशत की कमी देखी गई। टाटा मोटर्स के कार प्रोडक्ट समूह के प्रमुख नितिन सेठ का कहना है कि ईंधन की कीमतों में हुए इजाफे और ऊंची ब्याज दरों ने न सिर्फ टाटा मोटर्स की बिक्री पर असर डाला है, बल्कि उसने भारत के पूरे ऑटोमोबाइल क्षेत्र को ठेस पहुंचाई है।
सेठ ने बताया कि 2008 की पहली तिमाही के नतीजों के अनुसार ऑटोमोबाइल क्षेत्र के लिए वृध्दि दर इकाई आंकड़े में थी, जबकि पिछले वित्त वर्ष 2007 की पहली तिमाही में यह 17 प्रतिशत और 2006 की समान अवधि में 26 प्रतिशत थी।
उन्होंने बताया कि 2008 की दूसरी तिमाही से भी ऑटोमोबाइल क्षेत्र के लिए कोई अच्छी खबर नहीं आने वाली और क्षेत्र की वृध्दि दर वही इकाई के आंकड़े के आस-पास ही नजर आएगी। नितिन सेठ ने चंडीगढ़ बाजार में टाटा मोटर्स की इंडिका विस्टा को पेश करने की घोषणा की जो देशीार में 170 डीलरों के जरिये उपभोक्ताओं को उपलब्ध होगी।