ऑडी इंडिया की कुल बिक्री में इलेक्ट्रिक कारों (ईवी) का योगदान 2025 तक करीब 15 फीसदी होगा। इसकी शुरुआत करते हुए जर्मनी की लक्जरी कार विनिर्माता ने आज अपने पहले मॉडल ई-ट्रॉन को लॉन्च किया। इसकी कीमत 99,99,000 रुपये से लेकर 1,17,66,000 रुपये के बीच होगी। इसे तीन वेरिएंट्स में उपलब्ध कराया गया है और आज से इसकी बिक्री शुरू होने जा रही है। ऑडी भारत में इलेक्ट्रिक वाहन को रफ्तार देने वाली तीसरी लक्जरी कार विनिर्माता है। ई-ट्रॉन बाजार में मर्सिडीज ईक्यूसी और जगुआर आई-पेस को टक्कर देगी।
ऑडी इंडिया के प्रमुख बलवीर सिंह ढिल्लन ने कहा, ‘ई-ट्रॉन ब्रांड के तहत हम न केवल एक बल्कि तीन इलेक्ट्रिक एसयूवी को लॉन्च कर रहे हैं। इनके साथ ही भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों का हमारा सफर शुरू हो रहा है। इन तीनों पेशकेश के साथ हमने छोटे लेकिन लगातार बढ़ रहे लक्जारी एसयूवी क्षेत्र में ईवी ग्राहकों के हरेक पहलू का ध्यान रखा है।’
इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को अपनाने की प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए ऑडी कई लाभ और पैकेज का भी पेशकश कर रही है जिसमें बिक्री के बाद की पेशकश, चार्जिंग एवं स्वामित्व संबंधी पेशकश शामिल हैं। इसमें तीन साल की पुनर्खरीद भी शामिल है। उन्होंने इसे भारत में ऑडी की ईवी पारी की शुरुआत सुनिश्चित करने के लिए कहा कि कंपनी इस साल के अंत तक एक और ईवी मॉडल उतारने जा रही है।
यह लॉन्च कंपनी की रणनीति 2015 का हिस्सा है जिसके तहत उसने इलेक्ट्रिक मॉडलों से 15 फीसदी मात्रात्मक बिक्री सुनिश्चित करने की योजना बनाई है। वैश्विक स्तर पर कंपनी ने खुद को शुद्ध रूप से एक इलेक्ट्रिक कार कंपनी के रूप में बदलने की योजना बनाई है। कंपनी 2033 तक पेट्रोल-डीजल से चलने वाली कारों का उत्पादन बंद करना चाहती है। ढिल्लन ने कहा कि भारतीय योजना उस रणनीति के अनुरूप है।
ई-ट्रॉन एक बार चार्ज करने पर 480 किलोमीटर तक की यात्रा कर सकती है। रेंज संबंधी चिंताओं को दूर करने के लिए ऑडी ने 75 शहरों में करीब 100 चार्जिंग पॉइंट स्थापित करने की योजना बनाई है। कंपनी इन कारों को पूरी तरह विनिर्मित वाहन के तौर पर आयात कर स्थानीय स्तर पर असेंबलिंग करेगी। आयातित कारोंं पर भारत में 60 से 100 फीसदी के दायरे में शुल्क लगाया गया है।
