facebookmetapixel
AI की एंट्री से IT इंडस्ट्री में बड़ा बदलाव, मेगा आउटसोर्सिंग सौदों की जगह छोटे स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट‘2025 भारत के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धियों का वर्ष रहा’, मन की बात में बोले प्रधानमंत्री मोदीकोल इंडिया की सभी सब्सिडियरी कंपनियां 2030 तक होंगी लिस्टेड, प्रधानमंत्री कार्यालय ने दिया निर्देशभारत में डायग्नॉस्टिक्स इंडस्ट्री के विस्तार में जबरदस्त तेजी, नई लैब और सेंटरों में हो रहा बड़ा निवेशजवाहर लाल नेहरू पोर्ट अपनी अधिकतम सीमा पर पहुंचेगा, क्षमता बढ़कर 1.2 करोड़ TEU होगीFDI लक्ष्य चूकने पर भारत बनाएगा निगरानी समिति, न्यूजीलैंड को मिल सकती है राहतपारेषण परिसंपत्तियों से फंड जुटाने को लेकर राज्यों की चिंता दूर करने में जुटी केंद्र सरकार2025 में AI में हुआ भारी निवेश, लेकिन अब तक ठोस मुनाफा नहीं; उत्साह और असर के बीच बड़ा अंतरवाहन उद्योग साल 2025 को रिकॉर्ड बिक्री के साथ करेगा विदा, कुल बिक्री 2.8 करोड़ के पारमुंबई एयरपोर्ट पर 10 महीने तक कार्गो उड़ान बंद करने का प्रस्वाव, निर्यात में आ सकता है बड़ा संकट

अशोक लीलैंड दिसंबर में उतारेगी पहला ई-एलसीवी

Last Updated- December 12, 2022 | 2:18 AM IST

वाणिज्यिक वाहन की दिग्गज अशोक लीलैंड ने दुनिया के शीर्ष 10 वाणिज्यिक वाहन ब्रांडों में से एक बनने का लक्ष्य निर्धारित करते हुए बुधवार को अपने इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) की कार्य योजना तैयारी की। कंपनी ब्रिटेन स्थित स्विच मोबिलिटी के जरिये इलेक्ट्रिक वाहनों पर जोर देगी, जो अशोक लीलैंड के इलेक्ट्रिक वाणिज्यिक वाहन परिचालन और ब्रिटेन की पूर्व ऑप्टेयर कंपनी की संयुक्त इकाई है।
स्विच मोबिलिटी दिसंबर के अंत तक भारत में पहला हल्का इलेक्ट्रिक वाणिज्यिक वाहन (एलसीवी) पेश करेगी और इसे पहले ही विभिन्न ग्राहकों से करीब 2,000 ऑर्डर मिल चुके हैं। इन वाहनों का विनिर्माण भारत में किया जाएगा और इनकी बिक्री स्विच ब्रांड के तहत की जाएगी। समूह की योजना अगले कुछ वर्षों में इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में लगभग 15 करोड़ डॉलर से लेकर 20 करोड़ डॉलर तक निवेश करने की है। अशोक लीलैंड ने बुधवार को कहा कि कंपनी पहले ही स्विच मोबिलिटी में करीब 13.6 करोड़ डॉलर का निवेश कर चुकी है और इसे उम्मीद है कि नई इकाई भविष्य के लिए अपनी पूंजी जुटाएगी। अशोक लीलैंड और स्विच मोबिलिटी के चेयरमैन धीरज हिंदुजा ने कहा ‘हमें निवेशकों की ओर रुचि नजर आ रही है और रणनीतिक साझेदार गठजोड़ करने के इच्छुक हैं। हमें अशोक लीलैंड से तत्काल पैसे की जरूरत नहीं दिख रही है।’
वर्ष 2013 में हिंदुजा की प्रमुख कंपनी अशोक लीलैंड ने ब्रिटेन की बस विनिर्माता ऑप्टेयर पीएलसी का अधिग्रहण करते हुए पहली बार इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र में अपनी रुचि दिखाई थी, जबकि इसने तीन साल पहले भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की योजनाएं तैयार की थीं।

First Published - July 28, 2021 | 11:59 PM IST

संबंधित पोस्ट