भले ही सार्वजनिक क्षेत्र के कुछ पुराने बैंकों का निजीकरण जरूरी हो गया है, लेकिन हमें इसे लेकर भी सतर्क रहना होगा कि यह कार्य जल्दबाजी में न किया जाए। बिजनेस स्टैंडर्ड के ‘बीएफएसआई समिट – बैंक प्राइवेटाइजेशन: अनडूइंग 1969’ में विशेषज्ञों ने कहा कि निजीकरण की नीतियां तय करते हुए सरकार का दृष्टिकोण तयशुदा […]
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बिजनेस स्टैंडर्ड के बीएफएसआई इनसाइट समिट – सेशन ऑन फिनटेक ऐंड बैंकिंग टेक पर विशेषज्ञों ने अपनी राय प्रकट करते हुए कहा कि यह जरूरी है कि बैंकों और नए जमाने की फिनटेक कंपनियों को व्यापक रूप से ग्राहकों को वित्तीय सेवाएं उपलब्ध कराने और आंकड़े साझा करने के प्रयास में भागीदारी पर जोर देना […]
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भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व डिप्टी गवर्नर आर गांधी का मानना है कि लघु वित्त क्षेत्र में हासिल अनुभव को आधार बनाते हुए लघु वित्त बैंकों (एसएफबी) को सार्वभौम बैंक बनने के बजाय वित्तीय दिग्गज बनने का लक्ष्य लेकर चलना चाहिए। गांधी ने बुधवार को बिजऩेस स्टैंडर्ड बीएफएसआई सम्मेलन के एसएफबी सत्र को संबोधित […]
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नोटबंदी और कोविड-19 महामारी जैसे तगड़े झटके झेलने के बाद लघु वित्त बैंकों (एसएफबी) का मजबूत होकर उभरना इस बैंकिंग मॉडल की कामयाबी को दर्शाता है और आने वाले समय में इनके बड़ा बनने की उम्मीद भी बढ़ी है। बिजऩेस स्टैंडर्ड बीएफएसआई इनसाइट सम्मेलन के चौथे दिन बुधवार को एसएफबी पर केंद्रित सत्र का यही […]
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अगले कुछ दशकों में वित्तीय क्षेत्र में अच्छी वृद्घि दर्ज की जा सकती है। बैंक, एनबीएफसी और वित्तीय प्रौद्योगिकी कंपनियां भारत में बैंकिंग सुविधा से वंचित आबादी के लिए जरूरी वित्तीय उत्पाद मुहैया कराने की दिशा में एक-दूसरे के साथ भागीदारी बढ़ा रही हैं। देश की प्रमुख एनबीएफसी (आवास वित्त कंपनियों समेत) के प्रमुखों ने […]
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भारत ने 21 अक्टूबर को कोविड-19 महामारी से बचाव के टीकों की 1 अरब खुराक लगाकर इतिहास रच दिया। हालांकि अब अगली 100 करोड़ खुराक लगाने का रास्ता सीधा नहीं दिख रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने भी स्वीकार किया है कि पहली खुराक लगवा चुके लोगों को दूसरी खुराक लगवाने के लिए […]
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दुनिया में क्रिप्टोकरेंसी या आभासी मुद्राओं का कारोबार करीब 2.6 लाख करोड़ डॉलर से अधिक पहुंच गया है। रोज ऐसी 10,000 से अधिक मुद्राओं का कारोबार होता है। दुनिया में इन मुद्राओं का दबदबा जरूर बढ़ रहा है मगर भारत में इनका भविष्य अधर में लटका हुआ है। अब एक बड़ा सवाल यह है कि […]
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पूर्व वित्त सचिव सुभाष चंद्र गर्ग की राय है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को केंद्रीय बैंक की डिजिटल करेंसी (सीबीडीसी) लाने की प्रक्रिया तेज करनी चाहिए या फिर उसे अन्य देशों के साथ मिलकर अंतरराष्ट्रीय डिजिटल करेंसी लाने का प्रयास करना चाहिए। गर्ग मानते हैं कि डिजिटल डॉलर को दुनिया की प्रभावी डिजिटल मुद्रा […]
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अर्थशास्त्री इस बात पर सहमत हैं कि एक ओर जहां आर्थिक सुधार की प्रक्रिया जारी है वहीं भविष्य की घरेलू मांग, राज्य सरकारों के पूंजीगत व्यय, बैंकिंग क्षेत्र के फंसे हुए कर्ज तथा आपूर्ति क्षेत्र की बाधाओं को लेकर अभी काफी अनिश्चितता रहने वाली है। बिज़नेस स्टैंडर्ड द्वारा आयोजित बीएफएसआई समिट में नोमुरा की मुख्य […]
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पेट्रोल के साथ 20 प्रतिशत एथनॉल मिलाने का भारत का महत्त्वाकांक्षी लक्ष्य सही राह पर बढ़ता नजर आ रहा है। अगर लक्षित क्षमता परिचालन में आ जाती है और दाम लंबे समय तक आकर्षक बने रहते हैं तो मिश्रण का काम योजना के मुताबिक रहने की संभावना है हालांकि मूल्य निर्धारण में अंतर वजह से […]
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