विराट कोहली देश के ऐसे ब्रांडों में शुमार हैं जो किसी विपरीत परिस्थिति से आसानी से उबर सकता है। लेकिन मशहूर क्रिकेट खिलाड़ी विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट की कप्तानी छोडऩे का जो फैसला किया है, उससे उनकी छवि पर कुछ असर पड़ सकता है। जब उन्होंने टी20 की कप्तानी छोडऩे का फैसला किया तो उसके बाद उन्हें एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की कप्तानी भी छोडऩी पड़ी। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के साथ उनके मतभेद और खेल के मैदान में कमजोर प्रदर्शन से भी उनकी ब्रांड छवि पर असर पड़ा। ब्रांड विशेषज्ञों का कहना है कि कोहली की ब्रांड वैल्यू बतौर बल्लेबाज उनके प्रदर्शन से जुड़ी है और अगर वह फिर से शानदार प्रदर्शन करते हैं तो ब्रांड वैल्यू और बढ़ेगी।
कोहली, विवो, प्यूमा, उबर इंडिया जैसे ब्रांडों से जुड़े हुए हैं और डफ ऐंड फेल्प्स की ‘सेलिब्रिटी ब्रांड वैल्यूएशन स्टडी 2020’ के मुताबिक 2020 में लगातार चौथे साल वह सबसे ज्यादा ब्रांड वैल्यू वाली सेलेब्रिटी बनकर उभरे। 2019 से उनकी 23.7 करोड़ डॉलर की ब्रांड वैल्यू बिल्कुल नहीं बदली है। दूसरे पायदान पर मौजूद सेलिब्रिटी (11.8 करोड़ डॉलर की ब्रांड वैल्यू) की तुलना में वह काफी आगे थे।
इंस्टाग्राम और ट्विटर पर अपने बयान में कोहली ने कहा, ‘पिछले सात साल लगातार कड़ी मेहनत, अथक प्रयासों और दृढ़ता से टीम को सही दिशा में ले जाने में गुजरे हैं। मैंने पूरी ईमानदरी से काम किया और कोई कसर नहीं छोड़ी है। एक मुकाम पर आकर सबको ठहरना होता है और मेरे लिए बतौर भारतीय टेस्ट कप्तान यह वही मुकाम है।’ उन्होंने कहा कि इस सफर में कई उतार-चढ़ाव रहे हैं लेकिन कहीं भी कोशिश और भरोसे में कोई कमी नहीं रही। उन्होंने कहा, ‘मैं बीसीसीआई को धन्यवाद दूंगा कि मुझे इतने लंबे समय तक देश की टीम की कप्तानी करने का मौका दिया और उससे भी महत्त्वपूर्ण अपने साथी खिलाडिय़ों को धन्यवाद जिन्होंने टीम के लिए मेरे नजरिये को पहले दिन से ही अपनाया और किसी भी हालत में हार नहीं मानी।’ हालांकि उन्हें अपने फैसले की कीमत चुकानी पड़ सकती है और जो नए ब्रांड उनसे जुडऩा चाहते थे वे फिलहाल टाल सकते हैं। इमेज कंसल्टेंट कहते हैं कि संभव है कि मौजूदा ब्रांड भी अपनी मार्केटिंग रणनीति पर विचार करें जिनके वह ब्रांड एंबेसेडर हैं।
डफ ऐंड फेल्प्स के प्रबंध निदेशक अविरल जैन ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘विराट कोहली अपने नेतृत्व के लिए जाने जाते हैं और वह खेल के मैदान पर भी प्रदर्शन देने में आक्रामक हैं। जो ब्रांड उनसे जुड़े हैं उनकी छवि की वजह से उनका उत्पाद बाजार में अव्वल है। एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों से उनका विवादास्पद इस्तीफा, टी20 की कप्तानी, बीसीसीआई के साथ हुई उनकी बहस और मैदान में हाल के प्रदर्शन की वजह से मार्केटिंग करने वालों के लिए ब्रांड कोहली की स्थिति चिंताजनक है।’ वह कहते हैं, ‘टेस्ट कप्तानी अचानक छोडऩे की वजह से नए ब्रांड करार पर स्वभाविक रूप से असर पड़ेगा। जिन ब्रांडों ने कोहली को एक सफल नेतृत्वकर्ता के रूप में दिखाया है उनको अपने विज्ञापन और मार्केटिंग रणनीतियों पर भी विचार करना पड़ेगा।’
हालांकि जैन ने इशारा किया कि क्रिकेट खिलाड़ी को कई लोग सोशल मीडिया पर फॉलो करते हैं और 2021 में उनके 26.5 करोड़ फॉलोअर थे जो 2020 की तुलना में करीब 60 प्रतिशत अधिक है। जैन का कहना है, ‘कप्तानी छोडऩे के बाद उनका काम हल्का होगा और कोहली अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान देते हुए दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाज बनने के अपने सफर को जारी रख सकते हैं। मैदान पर अच्छे प्रदर्शन की वजह से ब्रांड कोहली को लेकर हो रही अटकलें भी कम हो जाएंगी।’
रेडिफ्यूजन के प्रबंध निदेशक संदीप गोयल का भी मानना है कि कोहली की ब्रांड वैल्यू पर हाल के घटनाक्रम की वजह से असर पड़ेगा और उन्हें कुछ ऐसे ब्रांड गंवाने पड़ सकते हैं जो उनसे जुडऩा चाहते थे। गोयल ने बताया, ‘देश की टेस्ट क्रिकेट टीम की कप्तानी छोडऩे के कोहली के फैसले का असर उनकी ब्रांड वैल्यू पर पड़ सकता है और कुछ वक्त तक उन्हें ब्रांड करार गंवाने पड़ सकते हैं। कोहली के प्रदर्शन पर भी असर पड़ा है और वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शतक लगाने में चूक गए और सीरीज 2-1 से गंवानी पड़ी जिसकी वजह से भी उन्हें इस्तीफा देने जैसा मुश्किल फैसला करना पड़ा। अगर उनकी बल्लेबाजी में फिर से शानदार प्रदर्शन नहीं दिखता है तब उनकी सेलिब्रिटी वैल्यू भी प्रभावित होगी। अगर अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा संदेह वाली सूची में हैं तो वैसा हाल कोहली का भी हो सकता है। इसको सोचा नहीं जा सकता है लेकिन अगर ऐसा कुछ होता है तो ब्रांड कोहली के लिए यह बड़ी मुसीबत होगी।’
हालांकि सभी लोग इस बात पर सहमति नहीं जताते हैं। ब्रांड विशेषज्ञ संतोष देसाई का कहना है कि कप्तानी ब्रांड का एक हिस्सा है और कप्तान के अलावा भी विराट कोहली से कई चीजें जुड़ी हैं। देसाई कहते हैं, ‘अगर वह एक स्वतंत्र खिलाड़ी के तौर पर बेहतर प्रदर्शन जारी रखते हैं तो वह अपने ब्रांड वैल्यू को बरकरार रख पाएंगे क्योंकि इसका ताल्लुक उनके प्रदर्शन से जुड़ा हुआ है और वह दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाज हैं।’ देसाई कहते हैं कि कोहली का व्यक्तित्व मजबूत है और उनकी ब्रांड वैल्यू पर असर नहीं पड़ेगा। कप्तान कोहली के तस्वीर से बाहर निकलने के साथ ही बल्लेबाज कोहली के उभरने से ब्रांड कोहली और मजबूत होगा।
