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संक्रमण के मामले कम तो कोविड वार्ड हुए खाली

Last Updated- December 11, 2022 | 9:09 PM IST

कोविड के मामलों में लगातार गिरावट देखी जा रही है और अब देश भर के अस्पतालों में कोविड-19 वार्ड अब लगभग खाली हैं। पिछले 24 घंटों (20 फरवरी की सुबह तक) में संक्रमण के 20,000 से कम मामले सामने आए।  इससे कोविड वार्ड की स्थिति का भी अंदाजा मिलता है।
दिल्ली के लोक नायक अस्पताल में कोविड के लिए एक विशेष विभाग बनाया गया जहां दो हफ्ते पहले के 60 कोविड मरीजों की तुलना में अब केवल 15 कोविड मरीज हैं। अस्पताल की दो यूनिट में 750 बेड की सुविधा है। एलएनजेपी अस्पताल के चिकित्सा निदेशक सुरेश कुमार ने कहा, ‘अस्पताल में आने वाले आमतौर पर गंभीर मरीज ही होते हैं। हमारे पास आईसीयू में केवल आठ मरीज हैं। कोविड बेड की संख्या को कम करना हमारे हाथ में नहीं है। इस पर सरकार को ही फैसला करना चाहिए।’
देश के सबसे बड़े अस्पताल नेटवर्क में से एक फोर्टिस हेल्थकेयर के लगभग 7 प्रतिशत बेड पर ही कोविड मरीज हैं। फोर्टिस नेटवर्क के 4,000 से अधिक बेड में से केवल 300 बेड पर कोविड मरीज हैं। फोर्टिस हेल्थकेयर के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी आशुतोष रघुवंशी ने कहा कि तीसरी लहर के दौरान अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या कम थी और अस्पताल के नेटवर्क में भी कोविड मरीजों की तादाद इतनी ज्यादा नहीं है।
रघुवंशी को नहीं लगता कि आने वाले वक्त में अस्पतालों में कोविड-19 के अधिक मरीज आएंगे क्योंकि उनकी कुल संख्या घट ही रही है। बेंगलूरु मुख्यालय वाले मणिपाल हॉस्पिटल्स के कोविड वार्ड में भर्ती होने वालों की तादाद 6-7 प्रतिशत है। मणिपाल हॉस्पिटल्स के प्रबंध निदेशक दिलीप जोस का कहना है, ‘अस्पताल में भर्ती होने वालों की तादाद लगातार कम हो रही है। एक महीने पहले भर्ती होने वालों की तादाद लगभग 40 प्रतिशत तक थी। हॉस्पिटल शृंखला के अलावा अन्य अस्पतालों में भी भर्ती होने वाले मरीजों काफी कमी देखी गई है।’
उजाला सिग्नस ग्रुप ऑफ  हॉस्पिटल्स के संस्थापक-निदेशक शुचिन बजाज ने कहा, ‘हमारे किसी भी अस्पताल में कोई कोविड मरीज नहीं हैं।’ मुंबई में 400 बेड वाले पीडी हिंदुजा अस्पताल के मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) जॉय चक्रवर्ती ने कहा कि उनके 91 बेड वाले कोविड वार्ड में केवल पांच मरीज हैं। हालांकि, मुंबई के अस्पतालों को अपने कोविड वार्ड में बेड की संख्या कम करने की अनुमति नहीं है जब तक कि सरकार उन्हें ऐसा करने का निर्देश नहीं देती है।
पिछले साल अगस्त से जब तीसरी लहर की तैयारी शुरू हुई थी मुंबई के अस्पतालों को कोविड-19 वार्ड बेड की संख्या को पहले के स्तर पर बनाए रखने का निर्देश दिया गया था। निजी अस्पताल इंतजार कर रहे हैं कि सरकार कोविड मरीजों के लिए तय किए गए बेड की संख्या कम करने या समाप्त करने पर फैसला लेगी। उद्योग सूत्रों ने कहा कि दिल्ली सरकार जल्द ही सभी अस्पतालों को सभी कोविड बेड को सामान्य बेड में तब्दील करने की अनुमति देगी। बजाज ने कहा कि सरकार कोविड विशेष केंद्रों को भी बंद करने का निर्णय लेगी लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि मौजूदा लहर का क्या रुख रहता है और कोई नई लहर आने की आशंका है या नहीं।
मासिना अस्पताल में संक्रामक रोग की डॉक्टर तृप्ति गिलाडा ने कहा, ‘कोविड के चलते अस्पताल में भर्ती होने वालों की तादाद कम है लेकिन अन्य गैर-कोविड बीमारियों की नियमित जांच में कोविड की जांच भी होती है।’ कुछ मरीजों को कोविड जटिलताओं जैसे फेफड़ों को हुए नुकसान जैसी स्थिति के लिए भर्ती करने की आवश्यकता होती है।

First Published - February 20, 2022 | 10:54 PM IST

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