साइकिल कभी कम आय वाले लोगों की आवाजाही का प्रमुख साधन था। लेकिन कोरोना काल में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता कहें या मजबूरी, हर वर्ग के लोगों को साइकिल की सवारी खूब रास आ रही है। यही वजह है कि अब लोग शौक के लिए भी साइकिल खरीद रहे है जिससे महंगी साइकिलों की मांग भी बढ़ रही है। हालांकि बड़ी वजह कोविड-19 वैश्विक महामारी ही है, जिसने सार्वजनिक परिवहन से लेकर दुनिया भर में लोगों के जीवन के हर पहलू पर चोट की है।
सुबह-सबेरे जिम में व्यायाम करने के शौकीन लोगों से लेकर अपने काम पर निकलने या जरूरी काम निपटाने के लिए भी लोग इन दिनों साइकिल का सहारा ले रहे हैं। कोविड-19 महामारी के पांव पासरने के बाद भारत में भी साइकिल के प्रति लोगों की चाहत तेजी से बढ़ी है। नतीजतन, साइकिल की बिक्री बढ़ गई है और इसके विनिर्माताओं के पास भारी तादाद में ऑर्डर आ रहे हैं। मांग इतनी अधिक है कि स्टोर में साइकिलें ज्यादा दिन तक टिक नहीं पा रही हैं। भारत में हर साल करीब 1.6 करोड़ साइकिल की बिक्री होती है। हीरो मोटर्स कंपनी की इकाई एचएमसी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेश पंकज एम मुंजाल कहते हैं, ‘मेरी उम्र 58 साल हो चुकी है और मैंने अब तक अपने जीवन में साइकिल की इतनी मांग कभी नहीं देखी।’ देश के साइकिल बाजार में हीरो की 43 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
एचएमसी के सभी संयंत्रों में दिन-रात काम चल रहा है। मुंजाल ने कहा, ‘मांग इतनी अधिक है कि शनिवार और रविवार को भी संयंत्र चालू रखने पड़ रहे हैं।’ पिछले साल जून में कंपनी को 3.50 लाख साइकिल के ऑर्डर मिले थे, लेकिन इस वर्ष जून में यह आंकड़ा 5 लाख तक पहुंच गया है, इसलिए संयंत्र क्षमता से अधिक काम रहे हैं। जुलाई में भी नए ऑर्डर की भरमार है और ये सभी देसी बाजार के लिए ही हैं। मुंजाल कहते हैं, ‘लॉकडाउन के बाद महंगी साइकिल की मांग में 50 प्रतिशत से अधिक इजाफा हुआ है, जबकि ई-बाइक की मांग करीब 100 प्रतिशत तक बढ़ी है।’
उन्होंने कहा, ‘महंगी, मझोली और रीक्रिएशनल बाइक कैटेगरी में मांग ज्यादा है। इससे संकेत मिल रहा है कि शहरी लोग व्यायाम और छोटी दूरी तय करने के लिए साइकिल का इस्तेमाल कर रहे हैं।’ 20,000 से 70,000 रुपये तक की कीमत वाली साइकिलों की बिक्री ज्यादा बढ़ी है।
एक पेशेवर साइकिल चालक ने कहा, ‘मैंने मैदान (कोलकाता शहर के बीच 400 हेक्टेयर में फैला खुला क्षेत्र) में कभी इतने लोगों को सुबह में साइकिल चलाते नहीं देखा था। मुझे लगता है कि जिम बंद होने के कारण ज्यादातर लोग व्यायाम एवं शारीरिक गतिविधियां जारी रखने के लिए साइकिल की सवारी कर रहे हैं। महिलाएं भी इसमें पीछे नहीं हैं, जो अच्छी बात है।’ खेल सामग्री बनाने वाली फ्रांस की कंपनी डेकाथलॉन स्पोट्र्स की भारतीय इकाई डेकाथलॉन स्पोट्र्स इंडिया (डीएसआई) के प्रवक्ता ने कहा, ‘हमारे प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन माध्यम से साइकिल के बारे में पूछताछ 80 प्रतिशत तक बढ़ गई है।’ डीएसआई के साइकिलों की ऑनलाइन बिक्री दोगुनी हो गई है।, खासकर स्पोट्र्स सेगमेंट में रोड बाइक की बिक्री खूब बढ़ी है। जून और जुलाई में डीएसआई की बिक्री पिछले साल की तुलना में 45 प्रतिशत से अधिक बढ़ी है। प्रवक्ता ने कहा, ‘मांग इतनी है कि हम ऑर्डर पूरे नहीं कर पा रहे हैं।’ भारत में कंपनी के 76 स्टोर हैं।
कोलकाता में बेन्टिंक स्ट्रीट पर एक बड़े साइकिल स्टोर के प्रतिनिधि ने कहा कि जून की शुरुआत से महंगी साइकिलों की बिक्री 200 प्रतिशत तक बढ़ चुकी है। स्टोर मालिक ने कहा, ‘मैंने 1 लाख रुपये तक की महंगी साइकिलें बेची हैं और कोलकाता में अमूमन लोग इतनी महंगी साइकिलें नहीं खरीदते हैं। कुछ स्टोर तो अग्रिम बुकिंग ले रहे हैं।’
