बिजनेस  स्टैंडर्ड के बीएफएसआई इनसाइट समिट – सेशन ऑन फिनटेक ऐंड बैंकिंग टेक पर  विशेषज्ञों ने अपनी राय प्रकट करते हुए कहा कि यह जरूरी है कि बैंकों और नए  जमाने की फिनटेक कंपनियों को व्यापक रूप से ग्राहकों को वित्तीय सेवाएं  उपलब्ध कराने और आंकड़े साझा करने के प्रयास में भागीदारी पर जोर देना  चाहिए।
गूगल पे के प्रबंध  निदेश एवं बिजनेस हेड संजीत शिवनदंन ने कहा, ‘हमें जरूरत इस बात की है कि  हमारे बैंक और बैंकर आंकड़े साझा करने के प्रयास में स्वयं जैसे  प्लेटफॉर्मों के साथ भागीदारी करें।’
अवंती  फाइनैंस के मुख्य कार्याधिकारी राहुल गुप्ता ने कहा, ‘बैंक, फिनटेक,  पेमेंट प्लेटफॉर्म, सभी के एक साथ आगे आने से ऐसा बदलाव आएगा जो हम उद्योग  में देखना चाहते हैं और इसका उपयोगकर्ताओं को लाभ मिलेगा।’
वहीं  फोनपे के संस्थापक एवं सीटीओ राहुल चारी का मानना है कि बैंकों के साथ साथ  बैंकर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, लेकिन किस तरह से परिचालन करते हैं,  प्रौद्योगिकी को अपनाते हैं, इस पर ध्यान देने की जरूरत होगी।
एचडीएफसी  बैंक के सीआईओ (गु्रप हेड, आईटी) रमेश लक्ष्मीनारायणन ने कहा, ‘जैसा कि आप  देखते हैं कि बड़ी तादाद में बैंक नए आईटी प्लेटफॉर्म बनाना सीखते हैं, आप  उन्हें नए क्षेत्रों में उतनी ही ज्यादा प्रतिस्पर्धा करते देख रहे  होंगे।’
एमेजॉन पे के निदेशक  विकास बंसल ने कहा, ‘प्रौद्योगिकी की वजह से पर्याप्त अवसर और बैंकिंग  क्षेत्र में संभावनाएं पैदा हुई हैं। हम भारत में व्यापक बदलाव की राह में  प्रौद्योगिकी का सकारात्मक असर पहले से ही देख रहे हैं, चाहे ये भुगतान,  बीमा, संपत्ति प्रबंधन हो या अन्य।’
बंसल  ने कहा, ‘उपभोक्ता शानदार अनुभव, श्रेष्ठ दर और पेपरलेस फैशन को पसंद करते  हैं। इसलिए, यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम यह सुनिश्चित करें कि कैसे  ऐसे ग्राहकों को उचित सेवा दी जा सकती है।’
बैंक-फिनटेक फर्में रहेंगी साथ
बैंक  और वित्त-तकनीक (फिनटेक) क्षेत्र की कंपनियां दोनों साथ-साथ काम करेंगी और  दोनों ही आपसी सहयोग से अपना कारोबार बढ़ाएंगे। इस सहयोग में सभी के लिए  कारोबारी संभावनाएं मौजूद रहेंगी। एचडीएफसी बैंक के प्रबंध निदेशक एवं  मुख्य कार्याधिकारी आदित्य पुरी ने ‘बिजनेस स्टैंडर्ड बीएफएसआई इनसाइट  समिट’ में ये बातें कहीं। पुरी ने अपने संबोधन में कहा, ‘जहां तक बैंक और  वित्त-तक नीक क्षेत्र की कंपनियों की बात है दोनों आपस में सहयोग कर  कारोबार करेंगे। इस साझेदारी से दोनों ही फायदे में रहेंगे क्योंकि मिलकर  काम करने का नतीजा हमेशा अच्छा होता है।’
पुरी  ने कहा कि  जब अधिक से अधिक सूचनाएं मौजूद होंगी तो वह इकाई अच्छा  कारोबारी करेगी जिसमें डेटा का इस्तेमाल करने का हुनर और अनुभव अधिक होगा।  नियामकों का रुख भी अहम भूमिका निभाएगा।      बीएस