facebookmetapixel
कृषि को लाभदायक बिजनेस बनाने के लिए ज्यादा ऑटोमेशन की आवश्यकताQ2 Results: टाटा स्टील के मुनाफे में 272% की उछाल, जानें स्पाइसजेट और अशोक लीलैंड समेत अन्य कंपनियों का कैसा रहा रिजल्टसेबी में बड़े बदलाव की तैयारी: हितों के टकराव और खुलासे के नियम होंगे कड़े, अधिकारियों को बतानी होगी संप​त्ति!Editorial: आरबीआई बॉन्ड यील्ड को लेकर सतर्कनिर्यातकों को मिली बड़ी राहत, कैबिनेट ने ₹45,060 करोड़ की दो योजनाओं को दी मंजूरीसीतारमण का आठवां बजट राजकोषीय अनुशासन से समझौता नहीं कर सकताटाटा मोटर्स की कमर्शियल व्हीकल कंपनी की बीएसई पर हुई लिस्टिंग, न्यू एनर्जी और इलेक्ट्रिफिकेशन पर फोकसग्लोबल एआई और सेमीकंडक्टर शेयरों में बुलबुले का खतरा, निवेशकों की नजर अब भारत परसेबी की चेतावनी का असर: डिजिटल गोल्ड बेचने वाले प्लेटफॉर्मों से निवेशकों की बड़ी निकासी, 3 गुना बढ़ी रिडेम्पशन रेटप्रदूषण से बचाव के लिए नए दिशानिर्देश, राज्यों में चेस्ट क्लीनिक स्थापित करने के निर्देश

लोकसभा स्पीकर की चेतावनी, संसद में शोर किया, तो शनिवार-रविवार को भी आओ

लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि यदि सदन की कार्यवाही बाधित रही तो शनिवार और रविवार को भी बैठक होगी।

Last Updated- December 03, 2024 | 11:06 PM IST
There will be a meeting on Saturday and Sunday as well: Birla शनिवार और रविवार को भी बैठक होगी : बिरला

लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन में 13 और 14 दिसंबर को संविधान पर चर्चा होने की सूचना देते हुए मंगलवार को कहा कि यदि सदन की कार्यवाही बाधित रही तो शनिवार और रविवार को भी बैठक होगी। बिरला ने कहा कि सभी दलों के नेताओं के साथ 2 दिसंबर की बैठक में निर्णय लिया गया कि संविधान अंगीकरण की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में 13 दिसंबर, शुक्रवार और 14 दिसंबर, शनिवार को सदन में चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘तदनुसार सदन की बैठक 14 दिसंबर, शनिवार को सुबह 11 बजे से भी होगी।’

इसके बाद अध्यक्ष ने सदन में पिछले दिनों कुछ मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों के शोर-शराबे और कार्यवाही बार-बार स्थगित होने का जिक्र करते हुए कहा, ‘अगर आप लगातार सदन स्थगित करते रहेंगे तो जितने दिन स्थगित किया है, आपको शनिवार और रविवार को भी बैठक में बैठना पड़ेगा।’ सरकार और विपक्षी दलों के बीच पिछले कुछ दिन से संसद में जारी गतिरोध सोमवार को खत्म हो गया और संविधान पर चर्चा के लिए तिथियों की घोषणा के साथ मंगलवार से दोनों सदनों की कार्यवाही सुचारु रूप से संचालित होने को लेकर सहमति बनी।

बिरला ने सोमवार को विभिन्न दलों के सदन के नेताओं के साथ बैठक की और फिर गतिरोध खत्म करने में सफलता मिली। विपक्ष की मांग को स्वीकार करते हुए सरकार ने ऐलान किया कि लोक सभा में 13 और 14 दिसंबर को संविधान पर चर्चा होगी तथा राज्य सभा में यह चर्चा 16 और 17 दिसंबर को होगी। गत 25 नवंबर से आरंभ हुए संसद के शीतकालीन सत्र में सोमवार तक गतिरोध की स्थिति बनी हुई थी। कांग्रेस सदस्य अदाणी समूह से जुड़े मामले को उठा रहे थे, वहीं समाजवादी पार्टी के सांसद संभल हिंसा के मामले पर सदन में चर्चा की मांग कर रहे थे। मंगलवार को सदन में सुचारु तरीके से कामकाज शुरू हुआ और प्रश्नकाल तथा शून्यकाल विधिवत चले।

First Published - December 3, 2024 | 11:06 PM IST

संबंधित पोस्ट