अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव को भाजपा ने जीत लिया है। भाजपा के चंद्रभान पासवान ने समाजवादी पार्टी के अजीत प्रसाद को 61,710 वोटों के अंतर से हराया। भाजपा के चंद्रभान पासवान ने 31 राउंड की मतगणना के बाद सपा के अजीत प्रसाद को मात दी।
मिल्कीपुर सीट, जो अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित है, अयोध्या जिले में स्थित है और यहां कांटे की टक्कर देखने को मिली। यह उपचुनाव इसलिए हुआ क्योंकि सपा के अवधेश प्रसाद ने 2024 लोकसभा चुनाव में फैजाबाद (अयोध्या) संसदीय सीट जीत ली थी। इसके बाद समाजवादी पार्टी ने उनके बेटे अजीत प्रसाद को भाजपा के चंद्रभान पासवान के खिलाफ उम्मीदवार बनाया। दोनों उम्मीदवार पासी समुदाय से आते हैं, जो इस क्षेत्र में प्रभावशाली माना जाता है।
भाजपा की जीत पर प्रतिक्रिया देते हुए उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने इसे 2027 के विधानसभा चुनावों से पहले एक “झलक” बताया। उन्होंने कहा, “अभी झांकी है, पूरी पिक्चर अभी बाकी है,” यह दावा करते हुए कि अगले चुनावों में समाजवादी पार्टी का वजूद खत्म हो जाएगा।
यह उपचुनाव भाजपा के लिए इसलिए महत्वपूर्ण था क्योंकि पिछले साल अयोध्या में भव्य राम मंदिर उद्घाटन के बावजूद उसे फैजाबाद लोकसभा सीट पर अप्रत्याशित हार का सामना करना पड़ा था। इस क्षेत्र में अपनी खोई हुई पकड़ वापस पाने के लिए भाजपा ने मिल्कीपुर उपचुनाव को एक अहम चुनावी संघर्ष बना दिया। साल 2024 को लोकसभा चुनाव में भाजपा को इस सीट पर अवधेश प्रसाद के हाथों हार का मुंह देखना पड़ा था।
चुनाव की तारीख पहले कानूनी विवाद के कारण टाल दी गई थी। भाजपा के बाबा गोरखनाथ, जिन्होंने 2022 में इस सीट से चुनाव लड़ा था, ने अवधेश प्रसाद के नामांकन पत्रों की वैधता पर सवाल उठाते हुए याचिका दायर की थी। हालांकि, बाद में उन्होंने अपनी याचिका वापस ले ली, जिसके बाद चुनाव आयोग ने 5 फरवरी को मतदान की तारीख घोषित की।
इसके अलावा दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए परिणाम लगभग-लगभग आ चुके हैं। पिछले 27 सालों से दिल्ली की सत्ता से बाहर बीजेपी चुनाव में भारी बहुमत के साथ चुनाव जीत चुकी है। इस चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित आम आदमी पार्टी के कई वरिष्ट नेताओं को हार का सामना करना पड़ा है।