लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा के साथ महाराष्ट्र में सियासी घमासान शुरू हो गया। शिवसेना ने विधेयक का समर्थन के साथ शिवसेना (यूबीटी) को घेरा । महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधेयक पर कहा कि इस विधेयक से वक्फ की जमीनों की लूट करने वालों पर पाबंदी लगेगी। साथ ही शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे को भी घेरा । पक्ष – विपक्ष की तरफ से जारी बयानबाजी के बीच राज्य में सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं।
वक्फ संशोधन विधेयक केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने संसद में पेश किया। इस महत्वपूर्ण विधेयक को लेकर चर्चा तेज हो गई। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जो हमारे संविधान में धर्मनिरपेक्ष शब्द का इस्तेमाल किया है, उसे न्याय देने वाला यह बिल है। वक्फ की जमीन को कांग्रेस के नेताओं ने लूटा और वह गलती एक बार फिर ना हो जाए, उसका प्रावधान किया गया है । लुटेरे पर पाबंदी लगाने वाला यह विधायक है । यह महिलाओं को स्थान देने वाला बिल है. हमें विश्वास है यह बिल पास होगा । मैं ऐसा मानता हूं कि जिनका विवेक बुद्धि जागृत है, वह इस बिल को समर्थन देंगे । स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे का थोड़ा भी अंश बाकी होगा तो शिवसेना (यूबीटी) इस विधेयक को समर्थन देगी ।
लोकसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 पर चर्चा में भाग लेते हुए शिवसेना (यूबीटी) के सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि सरकार विधेयक में सही कदम नहीं उठा रही है और उसे इसमें सुधार करना चाहिए। सरकार न्याय के हक में विधेयक लाने के बजाय अन्याय कर रही है। सरकार वक्फ संपत्तियों की बात करती है तो बताए कि पद्मनाभ मंदिर में जो खजाना मिला था, उसका क्या हुआ। अयोध्या में भी आपके प्रयास सफल नहीं हुए। वाराणसी में भी मंदिर और मूर्तियां तोड़े गए। विधेयक में जो गलत है, हम उसका समर्थन नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि डर लगता है कि कल मंदिरों के प्रबंधन में गैर-हिंदुओं को तो नहीं लाओगे। ऐसी कोशिश भी करोगे तो हमारी पार्टी उसका विरोध करेगी। आगे आप ऐसा जैन मंदिरों, गिरजाघरों और गुरुद्वारों को लेकर भी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि वक्फ़ भी तो धार्मिक मामला है लेकिन भाजपा उसे सरकारी दिखाना चाहती है।
शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे ने उद्धव ठाकरे की पार्टी पर तंज करते हुए कहा कि बालासाहेब ठाकरे आज होते तो सावंत को ऐसी बातें नहीं कहने देते। आज सदन में एक बात साफ हो गई कि शिवसेना (यूबीटी) वाले किस विचारधारा को मान रहे हैं और वे विधेयक का विरोध कर रहे हैं। इनके पास आज बालासाहेब की हिंदुत्व की विचारधारा को जीवित रखने का सुनहरा अवसर था, लेकिन उन्होंने इसे गंवा दिया। मुझे लगा कि इन्हें केवल हिंदुत्व से एलर्जी थी, आज साफ हो गया कि इन्हें हिंदुओं से भी एलर्जी है।
महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अबू आजमी ने कहा कि अगर यह विधेयक पारित हो जाता है तो आज का दिन बहुत अशुभ होगा। हमें यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए कि यह विधेयक पारित न हो। सत्ता में बैठी सरकार मुसलमानों के प्रति बेहद खराब इरादे रखती है। हम सभी मुसलमानों से आग्रह करते हैं कि वे वक्फ विधेयक का समर्थन करने वालों से न जुड़ें। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, जमात-ए-इस्लामी, जमात-उल-उलेमा और कई अन्य संगठन एक साथ चर्चा कर जो भी रणनीति बनाएंगे, हम उसे अपनाएंगे।
महाराष्ट्र पुलिस ने वक्फ संशोधन विधेयक के मद्देनजर मुस्लिम बहुल इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी है। मुंबई पुलिस भी पैनी नजर रख रही है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को टाला जा सके। विधेयक पास होने की संभावना और इसे लेकर विपक्ष के विरोध को देखते हुए महाराष्ट्र पुलिस सतर्क हो गई हैं। मुंबई सहित सभी संवेदनशील इलाकों में पुलिस की तैनाती की गई है। कुछ इलाकों में पुलिस की अतिरिक्त टुकड़ियां तैनात की गई हैं। कई जगहों पर ड्रोन से निगरानी भी की जाएगी। इसके अलावा, मुंबई सहित कई शहरों में पुलिस रात से ही गश्त कर रही है।