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प्याज: बारिश से पिछड़ी बोआई, दाम बढ़ने की संभावना नहीं

Last Updated- December 11, 2022 | 4:30 PM IST

 मुख्य प्याज उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में बारिश के कारण प्याज के बोआई में देरी हो रही है। जिससे इस साल राज्य में खरीफ वाले प्याज का उत्पादन घट सकता है। हालांकि फिलहाल प्याज के दाम बढ़ने की संभावना नहीं है। क्योंकि बारिश से भंडारण वाले प्याज सड़ने के डर से किसान मंडियों में आवक बढ़ा रहे हैं। जिससे प्याज की कीमतों पर दबाव बना हुआ है। पिछले साल की तुलना में इस समय प्याज 40 फीसदी सस्ता बिक रहा है। कुल उत्पादन में खरीफ सीजन की हिस्सेदारी करीब 25 फीसदी है। वर्ष 2021-22 में प्याज का उत्पादन रिकॉर्ड 317 लाख टन रहा। इस हिसाब से पिछले खरीफ में प्याज उत्पादन करीब 80 लाख टन रहा।  
भारतीय सब्जी उत्पादक संघ के अध्यक्ष श्रीराम गाढ़वे कहते हैं कि महाराष्ट्र के प्याज उत्पादक इलाकों में दो सप्ताह से बारिश हो रही है। जिससे प्याज की बोआई में 15 से 20 दिन की देरी हो चुकी है। इससे इस साल खरीफ में प्याज की बोआई 10 से 15 फीसदी कम हो सकती है। नासिक जिले के किसान संतराम डोंगरे कहते हैं कि दाम कम मिलने से भी किसानों का इस साल खरीफ वाले प्याज की खेती में रुझान कम है। किसानों को इस समय 10-12 रुपये किलो दाम मिल रहे हैं। इतने दाम पर तो लागत ही निकल पा रही है। राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान व विकास प्रतिष्ठान के पूर्व निदेशक आर पी गुप्ता कहते हैं कि महाराष्ट्र में जरूर बारिश के कारण बोआई कम रह सकती है। लेकिन कर्नाटक, आंध्र प्रदेश व राजस्थान में बोआई ठीक है। जिससे पैदावार में बड़ी गिरावट की आशंका नहीं है।
डोंगरे कहते हैं कि आमतौर पर बरसात के दिनों में 15 से 20 फीसदी प्याज खराब होता है। लेकिन इस साल बारिश से 25 से 30 फीसदी प्याज खराब हो सकता है। इसलिए किसान इस समय मंडियों में प्याज ज्यादा ले जा रहे हैं। जिससे आवक के दबाव में दाम नरम हैं। इस समय महाराष्ट्र की मंडियों में प्याज की कीमत 500 से 1,300 रुपये और दिल्ली की मंडियों में 600 से 1,750 रुपये प्रति क्विंटल है।
पिछले साल इन दिनों ये भाव क्रमश: 6500-1,900 रुपये और 1,000-2,000 रुपये प्रति क्विंटल थे। आजादपुर मंडी के प्याज कारोबारी पीएम शर्मा ने बताया कि मंडी में इन दिनों 40 से 50 गाड़ी की प्याज आवक हो रही है, जबकि पूरा प्याज नहीं बिक रहा है। इस समय 40 गाड़ी बिना बिका प्याज मंडी में है। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के मुताबिक देश भर में खुदरा बाजारों में प्याज की औसत कीमत करीब 24 रुपये है, पिछले साल कीमत करीब 30 रुपये किलो थी। इस समय दिल्ली के खुदरा बाजार में भाव 27 रुपये, भोपाल में 15 रुपये, लखनऊ में 25 रुपये और मुंबई में 27 रुपये किलो हैं।
पिछले साल इन दिनों ये भाव क्रमश: 32,24,35,30 रुपये किलो थे। आने वाले दिनों में प्याज के दाम बढ़ने की संभावना नहीं है। गुप्ता ने बताया कि वर्ष 2021-22 में रिकॉर्ड में 317 लाख टन प्याज का उत्पादन हुआ है। इसमें से 70 से 80 लाख टन का भंडारण हुआ। आंध्र प्रदेश से खरीफ सीजन में जल्दी आने वाली प्याज की आवक शुरू हो चुकी है। अगले महीने कर्नाटक से भी नया प्याज आने लगेगा। भरपूर पुराने स्टॉक के बीच नई आवक से आगे प्याज के दाम नहीं बढ़ने वाले हैं। शर्मा भी मानते हैं कि एक महीने प्याज के दाम मौजूदा भाव के आसपास ही रहने की संभावना है। गाढ़वे ने कहा कि सितंबर तक प्याज के दाम ज्यादा नहीं बढ़ने वाले। महाराष्ट्र से खरीफ सीजन वाले प्याज की आवक में देरी होने पर अक्टूबर में प्याज के दाम बढ़ सकते हैं। 
 

First Published - August 19, 2022 | 11:21 AM IST

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