facebookmetapixel
कृषि को लाभदायक बिजनेस बनाने के लिए ज्यादा ऑटोमेशन की आवश्यकताQ2 Results: टाटा स्टील के मुनाफे में 272% की उछाल, जानें स्पाइसजेट और अशोक लीलैंड समेत अन्य कंपनियों का कैसा रहा रिजल्टसेबी में बड़े बदलाव की तैयारी: हितों के टकराव और खुलासे के नियम होंगे कड़े, अधिकारियों को बतानी होगी संप​त्ति!Editorial: आरबीआई बॉन्ड यील्ड को लेकर सतर्कनिर्यातकों को मिली बड़ी राहत, कैबिनेट ने ₹45,060 करोड़ की दो योजनाओं को दी मंजूरीसीतारमण का आठवां बजट राजकोषीय अनुशासन से समझौता नहीं कर सकताटाटा मोटर्स की कमर्शियल व्हीकल कंपनी की बीएसई पर हुई लिस्टिंग, न्यू एनर्जी और इलेक्ट्रिफिकेशन पर फोकसग्लोबल एआई और सेमीकंडक्टर शेयरों में बुलबुले का खतरा, निवेशकों की नजर अब भारत परसेबी की चेतावनी का असर: डिजिटल गोल्ड बेचने वाले प्लेटफॉर्मों से निवेशकों की बड़ी निकासी, 3 गुना बढ़ी रिडेम्पशन रेटप्रदूषण से बचाव के लिए नए दिशानिर्देश, राज्यों में चेस्ट क्लीनिक स्थापित करने के निर्देश

रिफैक्टरी को नहीं मिल रहा है कोयला

Last Updated- December 07, 2022 | 4:07 PM IST

मध्य प्रदेश में 35 के करीब छोटी-बड़ी रिफ्रैक्टरी (अग्निरोधी ईंट) विनिर्माण इकाइयों को कोयले की कीमत बढ़ने के लिए वित्तीय दबावों से दो-चार होना पड़ रहा है।


उद्योगों का आरोप है कि साउथ ईस्टर्न कोल फील्ड (एसईसीएल) ने कई रिफैक्टरी के लिए कोयले की आपूर्ति रोक दी है। उद्योग प्रतिनिधियों का कहना है कि इस कारण उन्हें दूसरे विकल्पों के जरिए महंगा कोयला खरीदना पड़ रहा है।

मध्य प्रदेश रिफैक्टरी विनिर्माण एसोसिएशन के अध्यक्ष अरविंद गुगालिया ने बताया कि प्रत्येक इकाइयों को हर महीने कम के कम 150 टन कोयले की जरुरत होती है। एसईसीएल ने कोयले की आपूर्ति रोक दी है और इकाइयां नीलामी के जरिए कोयला खरीद रही हैं।

एसईसीएल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ‘नई नीति के तहत यदि किसी इकाई ने 12 महीने के अंदर स्टॉक नहीं उठाया तो एसईसीएल कोयले की आपूर्ति को रोक सकती है। यदि 36 महीने तक स्टॉक को नहीं उठाया गया तो लिंकेज को रद्द किया जा सकता है।

First Published - August 11, 2008 | 9:26 PM IST

संबंधित पोस्ट